टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने भारतीय टेलिकॉम यूजर्स की परेशानियों को समझने और सुलझाने के लिए एक नई योजना पर काम करना शुरू कर दिया है. इसके तहत 'ट्राई' इंडियन टेलिकॉम यूजर्स के लिए टेलिकॉम सर्विस क्‍वालिटी मॉनीटिरिंग एप डेवलप कर रही है.


ट्राई बनाएगी प्रॉब्लम सॉल्विंग एपअगर आप अपने टेलिकॉम ऑपरेटर की खराब सर्विस और अजीबोगरीब सर्विस चार्जेज से अक्सर परेशान रहते हैं तो टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने आपकी इस समस्या का समाधान खोज लिया है. दरअसल 'ट्राई' ने भारतीय फोन यूजर्स को अच्छी टेलिकॉम सर्विस दिलाने के लिए टेलिकॉम ऑपरेटर्स के लिए कुछ क्वालिटी स्टेंडर्ड्स तय किए हुए हैं. लेकिन ट्राई किसी भी तरीके से यह जानने में विफल रही है कि टेलिकॉम कंपनियां अपने यूजर्स को किस स्तर की सर्विस दे रही हैं. ऐसे में टेलिकॉम कंपनियों के खिलाफ कार्रवाही प्रभावित रही है. इसलिए ट्राई ने इस समस्या को दूर करने के लिए एक वेब बेस्ड सर्विस और स्मार्टफोन एप का सहारा लेने की योजना बनाई है. कैसे काम करेगी एप
ट्राई की इस एप की मदद से कोई भी फोन यूजर अपने टेलिकॉम ऑपरेटर की सर्विस पर फीडबैक दे सकता है. इसके बाद ट्राई इन फीडबैक्स के आधार पर टेलिकॉम ऑपरेटर्स के खिलाफ कार्रवाही करेगी. ट्राई के सेक्रेटरी सुधीर गुप्ता ने कहा, ट्राई भारत में इंटरनेट यूजर्स की बढ़ती संख्या को देखते हुए एक वेब और स्मार्टफोन एप को डेवलप करने की योजना पर विचार कर रहा है जिससे सेलुलर सर्विसेज के बारे में ग्राहकों का नजरिया पता चल सके. उल्लेखनीय है कि अगर ट्राई के नियमों के तहत मोबाइल फोन ऑपरेटर सर्विस देने में चूकता है तो अथॉरिटी 50000 हजार रुपये की पेनाल्टी ठोक सकती है. इसके साथ ही टेलिकॉम कंपनी द्वारा गलती दोहराने पर इस अमाउंट को डबल भी किया जा सकता है.

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Posted By: Prabha Punj Mishra