-चलती ट्रेन में चोरी हुआ था पैंसेजर का बैग

-फर्जी कोच अटेनडेंट को गिरफ्तार कर रहे पूछताछ

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र: ट्रेन में सफर के दौरान यात्रियों को डर लगने लगा है। ट्रेन के एसी कोच में पैंसेजर्स सुरक्षित नहीं रह गए हैं। ट्रेनों में एक्टिव चोर-उचक्के लोगों का सामान उड़ा दे रहे हैं। तीन दिन पूर्व गोरखपुर से ग्वालियर-बरौनी एक्सप्रेस में सवार महिला यात्री का सामान चोरी होने के बाद सुरक्षा व्यवस्था कटघरे में है। शिकायत की जांच में कोच में मौजूद अटेनडेंट फर्जी पाए गए। दोनों के खिलाफ गोंडा में केस दर्ज कर जीआरपी जांच कर रही है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि जीआरपी और आरपीएफ को एक्टिव कर दिया गया है। एसपी जीआरपी ने बताया कि जीआरपी अनुभाग में 50 टॉप मोस्ट बदमाशों की लिस्ट तैयार की जा रही है।

एसी कोच में चोरी हुआ सामान

20 अप्रैल को लखीमपुर खीरी, नई बस्ती निवासी मोहन ने कंट्रोल रूम को सूचना दी। बताया कि बरौनी-लखनऊ एक्सप्रेस के एसी थर्ड बी-एक में सफर कर रही उनकी बहन बरखा का हैंडबैग चोरी हो गया है। बैग में ज्वेलरी, मोबाइल फोन, 10 हजार रुपए नकदी सहित कई सामान थे। सूचना पाकर बस्ती जीआरपी ट्रेन में पहुंची तो लोगों ने कोच अटेंडेंट आकाश कुशवाहा पर चोरी का शक जाहिर किया। इंस्पेक्टर के पूछताछ पर सामने आया कि कोच अटेनडेंट फर्जी हैं। वह दोनों किसी अन्य के आईकार्ड पर यात्रियों को बेडरोल मुहैया करा रहे थे। दोनों के खिलाफ गोंडा में केस दर्ज कराया गया।

फर्जी अटेनडेंट की जांच अधूरी

पूछताछ में सामने आया कि कोच अटेनडेंट आकाश कुशवाहा का असली नाम देव कुमार है। वह महोबा जिले के पावा का रहने वाला है। जबकि, उसके साथी ने खुद को मुरैना जिले के गणेशपुरा निवासी सचिन बताया। जबकि उसके पास ग्वालियर के हाजिरा, सुभाष नगर निवासी राकेश कुमार का आईकार्ड मिला। जीआरपी ने सख्ती की तो सामने आया कि दोनों फर्जी आईकार्ड पर कोच अटेनडेंट बने थे। ट्रेन में यात्रियों को बेडरोल मुहैया कराते हुए चले जा रहे थे। आरपीएफ भी दोनों से पूछताछ की लेकिन उनके फर्जी तरीके से कोच अटेनडेंट बनने का मामला सामने आया। रेलवे से जुड़े लोगों का कहना है कि ठेकेदारों की ओर से कोच में बेडरोल देने के लिए अटेनडेंट तैनात किए जाते हैं। लेकिन अटेनडेंट के फर्जी निकलने से सुरक्षा पर सवाल खड़ा हो गया है। तीन दिनों बाद दोनों के बारे में कोई जांच नहीं हो सकी है।

जीआरपी ने चिह्नित किए 50 नाम

ट्रेन, रेलवे स्टेशन और प्लेटफार्म से पैंसेजर्स का सामान चोरी होने को लेकर जीआरपी जागी है। जीआरपी अनुभाग के 50 बदमाशों की लिस्ट तैयार कराई जा रही है। टॉप मोस्ट बदमाशों को चिह्नित कर उनकी निगहबानी बढ़ाई जाएगी। इन बदमाशों के बारे में पूरी डिटेल जुटाकर आरपीएफ को भी दी जाएगी। इन सभी बदमाशों के पूरी डिटेल, फोटो सहित कई अन्य जानकारी जीआरपी के पास हमेशा मौजूद रहेगी। इससे ट्रेन में सफर के दौरान सुरक्षा कर्मचारी नजर रख सकेंगे।

हाल में हुई गिरफ्तारी

23 अप्रैल 2018: भटनी प्लेटफार्म से यात्रियों का मोबाइल, सामान चुराने के आरोप में युवक अरेस्ट।

22 अप्रैल 2018: ट्रेन में चोरी करने वाले गैंग के दो सदस्य गिरफ्तार, ज्वेलरी और नकदी बरामद।

17 अप्रैल 2018: रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म पर सामान चुराने का आरोपी एटीएम के पास पकड़ा गया।

15 अप्रैल 2018: यात्रियों का सामान चुराने और जहरखुरानी के आरोप में शातिर को जीआरपी ने अरेस्ट किया।

वर्जन

यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए ट्रेन में जीआरपी जवानों की गश्त बढ़ा दी गई है। ट्रेन में स्कोर्ट करने वाले जवानों को संदिग्धों पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है। अनुभाग के 50 टॉप मोस्ट बदमाशों को लिस्ट तैयार कराई जा रही है। उनकी विशेष निगरानी के लिए टीम गठित की जाएगी।

अभिषेक यादव, एसपी जीआरपी

Posted By: Inextlive