-बारिश के दिनों में करंट उतरने के मामले बढ़े

-नियम यह है कि बिजली निगम जिस स्थान पर ट्रांसफॉर्मर लगाए उसे बकायदा जाली से घेरा जाए

-बिना जाली के ट्रांसफॉर्मर पब्लिक व पशुओं के लिए बने खतरा

GORAKHPUR: शहर में जगह-जगह खुले में ट्रांसफॉर्मर हादसों को दावत दे रहे हैं। सड़क के किनारे लगे इन ट्रांसफॉर्मर्स से कई बार हादसे हो भी चुके हैं। बारिश के मौसम से हादसों का खतरा और अधिक बढ़ गया है। इसके बावजूद बिजली निगम की लापरवाही के चलते ट्रांसफॉर्मर्स के चारों ओर का सेफ्टी गार्ड लगाने का आदेश हवा-हवाई साबित हो रहा है। शहर के अधिकांश ट्रांसफॉर्मर्स में जाली नहीं लगी हैं। कुछ ट्रांसफॉर्मर्स पर जाली लगी भी हैं, तो वह पूरी तरह से टूट चुकी है।

महानगर के जेल बाईपास रोड, पादरी बाजार मानस बिहार कॉलोनी आदि कई जगहों पर 63 और 100 केवीए के ट्रांसफॉर्मर लगाए गए हैं। बिजली निगम की लापरवाही के चलते उन्हें जाली से नहीं घेरा गया है। इन ट्रांसफॉर्मर्स को खुले में छोड़ दिया गया है। इसके चलते हादसे को दावत दे रहे हैं। वहीं ट्रांसफॉर्मर्स के आसपास खुले व टूटे बिजली के तार सड़क पर पड़े हुए हैं, जिनसे कभी भी हादसा हो सकता है। राहगीरों को मजबूरी में वहां से गुजर रहे हैं। इन सबके बीच बारिश के दिनों में करंट उतरने और चिंगारी निकलना, स्पार्किंग होना आम बात है। कभी कभी ट्रांसफॉर्मर्स से निकलने वाली एक छोटी सी चिंगारी भी बड़ा रुप ले लेती है। जिससे बड़ा हादसा होता है। बरसात के मौसम में जमीन पर रखे ट्रांसफॉर्मर में अक्सर करंट उतने की शिकायतें आतीं हैं। कई बार ट्रांसफॉर्मर में लटके तारों में करंट आने से बड़ी घटनाएं भी हो जाती है। एरिया के लोग बिजली निगम के अफसरों से कई बार खुले मे ंरखे ट्रांसफॉर्मर की शिकायत की, लेकिन अफसर इस ओर ध्यान नहीं देते। कुछ समय पहले निगम को ट्रांसफॉर्मर्स पर जाली लगाने को दोबारा आदेश दिया गया, लेकिन अभी तक जाली लगाने का काम शुरू नहीं हुआ है।

कई इलाके में जर्जर हो चुकी है जाली

बिजली निगम ने शिवपुर तारामंडल, खोराबार, इंजीनियरिंग कॉलेज, ट्रांसपोर्ट नगर, मानबेला, गिरधरगंज, कृष्णा नगर आदि एरिया में लगे ट्रांसफॉर्मर्स पर जाली लगाई गई। लेकिन समय बीतने के साथ जाली का लोह धीरे-धीरे जंग खा कर जर्जर हो गया। आलम यह है कि कुछ जगहों पर जाली टूट कर अलग हो चुकी है लेकिन बिजली निगम बेपरवाह है। ऐसे में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।

--------------

केस एक- पादरी बाजार एरिया हकीम नंबर दो में दो दिनों से पोल में करंट उतर रहा था। इसे ठीक कराने के लिए लोगों ने कई बार बिजली निगम के अफसरों को सूचना दी। इसके बावजूद भी कोई नहीं पहुंचा। शनिवार को एक गाय इसकी चपेट में आकर मर गई। लोगों का कहना है कि उधर से गुजरने में करंट का झटका महसूस होता है।

केस दो-गोलघर के गणेश चौराहा पर गुरुवार देर रात बारिश के बीच पानी में करंट उतरने लगा। कई लोगों को करंट का झटका लगा। मौके पर अफरातफरी मच गई। आनन-फानन में लोगों ने बिजली निगम के अफसरों को सूचना दी। बाद में कटे हुए केबिल को ठीक कराया गया। तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली।

---------------------

इस रास्ते पर ट्रैफिक काफी है। सैड़कों वाहन और राहगीरों का गुजरना होता है। सड़क के किनारे में खुले में ट्रांसफॉर्मर आए दिन हादसे को दावत दे रही है, लेकिन बिजली निगम सुरक्षा की दृष्टि से जाली नहीं लगा रहा है। कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। जिसकी जिम्मेदारी विभाग की होगी।

आकाश गोयल, स्टूडेंट्स

बारिश में खुले हुए तार और ट्रांसफॉर्मर लोगों के लिए खतरा बन गए हैं। जबकि नियम यह है कि तारों को ठीक से टेप के जरिए बांधा जाए और ट्रंासफॉर्मर पर जाली लगाकर सुरक्षित किया जाए। मगर कई जगहों पर उसे खुला छोड़ दिया गया है। जो हादसे को दावत दे रही है।

प्रदीप पाल, स्टूडेंट

अधिकांश ट्रांसफॉर्मर्स पर जाली लगी हुई। जहां पर जाली नहीं लगी है उसका सर्वे कराकर जाली लगाई जाएगी। इसके अलावा जर्जर जाली को भी बदला जाएगा।

देवेंद्र सिंह, चीफ इंजीनियर

Posted By: Inextlive