कूड़ेदान बने ट्रांसफार्मर
ट्रांसफार्मर फेसिंग के कारण नहीं हो पाती सफाई, अधिकतर ट्रांसफार्मर पर लगा कूड़े का ढेर
Meerut। शहर में स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान के तहत शहर में गली, मोहल्ले, चौराहे, पार्क, नाले, नालियों से लेकर सभी सार्वजनिक स्थानों को चमकाने का भरपूर प्रयास किया गया। हालांकि स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान समाप्त हो गया लेकिन शहर में जगह-जगह लगे ट्रांसफार्मर तब से लेकर अब तक कूड़ेदान ही बने हुए हैं। लगा कूड़े का ढेर हालात ये हैं कि सार्वजनिक स्थलों पर लगे शहर के अधिकतर ट्रांसफार्मर निगम और विद्युत विभाग की अनदेखी के चलते कूड़ेदान में तब्दील हो चुके हैं। आसपास के लोग व व्यापारी ट्रांसफार्मर के ईद-गिर्द ही कूड़ा फेंक कर चले जाते हैं। निगम के कर्मचारी ट्रांसफार्मर की फेसिंग के कारण कूड़ा नहीं उठाते। जिसकी वजह से शहर के अधिकतर ट्रांसफार्मरों में आज कूडे़ के ढेर लगने के साथ ही वहां झाडि़यां भी उग आई हैं।हादसे का सबब बन रही लापरवाही
कूडे़ और झाडियों के कारण शहर के दर्जन ट्रांसफार्मर आए दिन खराब होते रहते हैं। ट्रांसफार्मर में हल्की सी स्पार्किंग के कारण झाडि़यों में आग लगना आम सी बात हो गई है। यहीं नहीं बारिश होने पर यहां जलभराव होने से जमीन में करंट उतरने का खतरा भी बना रहता है। आवारा पशु घास चरने के चक्कर में इस करंट का आसान शिकार बन जाते हैं। खुद विद्युत विभाग को झाडि़यों और गंदगी के कारण ट्रांसफार्मर सही करने में परेशानी होती है।
फेसिंग कोई समस्या नहीं है लेकिन अधिकतर ट्रांसफार्मर के बाहर कूड़ा व गंदगी फैली रहती है। निगम इस कूडे़ को साफ करा दे बाकि विभाग द्वारा फेसिंग के अंदर नियमित रूप से सफाई करवाई जाती है। संजीव राणा, एसई