- रामगढ़ताल एरिया के वंसुधरा इन्कलेव की घटना

- बिजनेस में नुकसान होने से टेंशन में थे दुर्गेश कुमार

GORAKHPUR: रामगढ़ताल एरिया के वसुंधरा इन्कलेव में किराए पर कमरा लेकर रहने वाले ट्रांसपोर्टर ने फंदे से झूलकर जान ले दी। शनिवार सुबह वह काफी देर तक कमरे से बाहर नहीं निकले तो परिजनों को जानकारी हुई। दरवाजा तोड़कर पुलिस ने डेड बॉडी रिकवर किया। परिजनों का कहना है कि बिजनेस में घाटा लगने से वह काफी परेशान रहते थे। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।

परिजनों संग किराए के मकान में रहते थे ट्रांसपोर्टर

बेलघाट, बहादुरपुर निवासी स्व। सुदामा सिंह के इकलौते बेटे दुर्गेश सिंह उर्फ रिंकू, अपनी मां, पत्‍‌नी माला और पांच साल के बेटे संग रामगढ़ताल एरिया के वसुंधरा इन्कलेव में किराए पर कमरा लेकर रहते थे। उनका ट्रांसपोर्ट का कारोबार था। पार्टनरशिप में सिक्योरिटी भी संचालित करते थे। ट्रांसपोर्ट के लिए उन्होंने तीन ट्रक फाइनेंस कराए थे। कुछ माह से किस्त न जमा होने पर वह परेशान चल रहे थे। इस वजह से उन्होंने दो ट्रक बेच दिए। जबकि, सिक्योरिटी एजेंसी में घाटा लग रहा था।

मोबाइल पर बात करके सोए, सुबह मिली डेड बॉडी

शुक्रवार शाम वह वसुंधरा इन्कलेव पहुंचे। पार्किंग में खड़े होकर उन्होंने काफी देर तक बात की। रात में करीब 11 बजे अपने कमरे में पहुंचे। पत्नी और बच्चों को दूसरे कमरे में सोने के लिए भेज दिया। सुबह जब नींद नहीं खुली तो पत्‍‌नी ने फोन करके कुछ लोगों को बुलाया। दरवाजे को धक्का देने पर मामला संदिग्ध लगा। परिजनों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। दरवाजा तोड़कर पुलिस कमरे में पहुंची तो पंखे में फंदे से झूलती ट्रांसपोर्टर की डेड बॉडी मिली। उनका मोबाइल कब्जे में लेकर पुलिस ने कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी।

Posted By: Inextlive