- न्यू टीपीनगर विकसित करने को लेकर नाराज हैं ट्रांसपोर्टर्स

- गुस्साए ट्रांसपोर्टर्स ने फूंका एमडीए सचिव का पुतला

- रियायती दरों पर भूखंड की मांग कर रहे हैं ट्रांसपोर्टर

- एक दिवसीय हड़ताल से करीब चार करोड़ का कारोबार प्रभावित होने की उम्मीद है

Meerut: न्यू टीपीनगर विकसित करने के विरोध में शनिवार को शहर के ट्रांसपोर्टर्स का गुस्सा आखिर फूट ही पड़ा। पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार मेरठ ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के आह्वान पर 10 हजार ट्रकों के पहिये थम गए। गुस्साए ट्रांसपोर्टर्स ने थाने के सामने एमडीए सचिव का पुतला दहन किया। इसके बाद सभी व्यापारी थाने के निकट ही धरने पर बैठ गए। आरोप है कि एमडीए अपने लाभ के लिए टीपीनगर को बागपत रोड पहुंचाना चाहता है, जिससे ट्रांसपोर्टर्स सहित अन्य व्यापारियों व कर्मचारियों को भारी नुकसान है। ऐसा बिल्कुल नहीं होने दिया जाएगा।

करोड़ों का कारोबार प्रभावित

मेरठ ट्रांस्पोर्ट एसोसिएशन से रोजाना 10 हजार ट्रकों का आवागमन विभिन्न राज्यों के लिए होता है, जिनके माध्यम से खाने-पीने से लेकर अन्य जरूरत की वस्तुएं मंगाई व भेजी जाती है। मेरठ ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अनुसार एक दिन की हड़ताल से करीब चार करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ है।

इन चीजों की पड़ी किल्लत

ट्रांसपोर्टर्स की हड़ताल से सबसे ज्यादा किल्लत सब्जी व फल व्यापारियों को हुई। मंडी में अन्य दिन की तुलना में सब्जी का अभाव दिखा। इसके अलावा किताबों, खाद्य पदार्थो, मकान निर्माण संबंधी सामग्री, कपड़ों सहित अन्य जरूरत की चीजों का अभाव बाजार में दिखाई दिया।

ये हैं मुख्य मांग

-ट्रांसपोर्ट नगर को दिल्ली रोड पर जमीन मिले

-जमीन 4000 रुपए प्रति गज के हिसाब से मिले

-बागपत रोड पर टीपीनगर बनाने का ख्याल निकाला जाए

क्या है माजरा

दरअसल शहर के बीचोबीच बने ट्रांसपोर्ट नगर को एमडीए ने शहर के बाहर शिफ्ट करने का खाका बहुत पहले से तैयार किया हुआ है। एमडीए अधिकारियों का कहना है कि टीपीनगर को बाहर शिफ्ट करने से जहां एक और शहर को जाम से निजात मिलेगी। वहीं प्रदूषण भी काफी हद तक नियंत्रित हो जाएगा। इसके लिए मेरठ विकास प्राधिकरण ने टीपीनगर के लिए शहर से बाहर बागपत रोड पर गांव पांचली के निकट 35 हेक्टेयर भूमि चिह्नित कर वहा टीपीनगर बनाने की घोषणा भी कर दी है।

क्यों है नाराज ट्रांसपोर्टर्स

ट्रांसपोर्टर्स का कहना है कि उन्हे शहर के बीच से निकलने में कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन उन्हें शहर के बाहर दिल्ली रोड पर जगह मिले। ताकि वे दिल्ली, उत्तराखंड, हरियाणा सहित अन्य राज्यों में आसानी से माल भेज सकें। इसके अलावा उन्हें चार हजार रुपए प्रति गज के हिसाब से रियायती दरों पर जमीन मुहैया कराई जाए। ताकि सभी ट्रांसपोर्टर्स आसानी से जमीन खरीद सकें।

बागपत रोड पर टीपीनगर को शिफ्ट करना तुगलकी फरमान है, जिसे बिल्कुल नहीं माना जाएगा। सोमवार को कमिश्नर से मिलने के बाद आगामी रणनीति तैयार की जाएगी।

-गौरव शर्मा, जिला अध्यक्ष ट्रांस्पोर्ट एसोसिएशन मेरठ

Posted By: Inextlive