-इस फेस्टिवल सीजन में बमुश्किल चल पा रहा है कारोबार

-फेस्टिवल सीजन होने के बावजूद मुरझाए हुए हैं चेहरे

-आपदा से पहले रहती थी गाडि़यों कीएडवांस बुकिंग

DEHRADUN : टूर एंड ट्रैवल एजेंसी संचालकों के लिए उत्तराखंड में आई आपदा का जख्म अभी तक भरा नहीं है। इस फेस्टिवल सीजन में जहां दो साल पहले उनकी चांदी रहती थी। वहीं वर्तमान में कारोबार न के बराबर चल रहा है। यह बात स्वयं ट्रैवल एजेंसी संचालक स्वीकार कर रहे हैं। इस फेस्टिवल सीजन में जहां अन्य कारोबारियों के चेहरे जगमगा रहे हैं वहीं ट्रैवल एजेंसी चलाने वालों के चेहरों में कुछ खास खुशी नजर नहीं आ रही है। ट्रैवल एजेंसी संचालकों की माने तो विगत वर्षो में उनके यहां करीब 7भ् परसेंट एडवांस बुकिंग रहती थी। खास तौर पर दशहरा पर दुर्गा पूजा, दीपावली व छट पूजा पर टूरिस्ट का तांता लगा रहता था।

यहां के लिए होती थी बुकिंग

दून से कोलकाता, बंगाल व दिल्ली जाने के लिए लोग कई दिन पहले टैक्सी के लिए बुकिंग करा लेते थे। इसके अलावा बाहर से आने वाले देशी-विदेशी टूरिस्ट मसूरी, धनौल्टी व शहर के बाकी पर्यटक स्थलों के भ्रमण के लिए अधिक संख्या में गाडि़यों की बुकिंग कराते थे, लेकिन विगत वर्ष जून में राज्य में आई आपदा ने इन ट्रैवल एजेंसी संचालकों के कारोबार को फीका कर दिया है। यह कहना शायद गलत नहीं होगा कि दून के यह ट्रैवल एजेंसी संचालक बमुश्किल अपनी गुजर-बसर कर पा रहे हैं।

क्या कहना है एजेंसी संचालकों का

विगत वर्ष आई आपदा के कारण हमारा कारोबार पूरी तरह से प्रभावित हो चुका है। विगत वर्षो में इस सीजन में करीब 7भ् परसेंट की एडवांस बुकिंग रहती थी, लेकिन वर्तमान में कारोबार न के बराबर चल रहा है।

-गुरविंदर सिंह सूरी, सूरी टैक्सी सर्विस

गवर्नमेंट टूरिज्म के डेवलपमेंट में करोड़ों रुपए बर्बाद कर रही है, लेकिन सड़कों की सही ढंग से मरम्मत नहीं करवा पा रही है। सड़के ठीक होती तो हमारा कारोबार भी चलता। पहाड़ों में गाड़ी चलाना जंग जीतना जैसा है।

-पंकज शर्मा, गंगोत्री टैक्सी सर्विस

फेस्टिवल के इस डेढ़ महीने के सीजन में पहले से ही लोग टैक्सी के लिए एडवांस बुकिंग कराना शुरू कर देते थे, लेकिन इस बार बहुत कम मात्रा में लोग टैक्सी की बुकिंग करा रहे हैं।

-अमरजीत सिंह, ए-वन ट्रैवल

इस सीजन में बंगाल, कोलकाता, गुजरात, उड़ीसा, गुड़गांव, दिल्ली आदि के लिए अधिक मात्रा में लोग एडवांस बुकिंग कराते थे। ट्रैवल एजेंसी संचालकों को काम भी बढि़या चलता था, लेकिन विगत वर्ष आपदा आने के बाद अभी तक हालात नहीं सुधर पाए हैं।

-हरजिंदर सिंह, कुक्कू टैक्सी सर्विस

Posted By: Inextlive