बीच सफर पैसेंजर्स को डग्गामार बसों से देते हैं उतार
- डग्गामार बसों का खामियाजा भुगत रहे हैं पैसेंजर्स
- ना टिकट की मिलती है धनराशि और ना ही मिलती हैं सुविधाएं LUCKNOW : परिवहन विभाग की लापरवाही का खामियाजा डग्गामार बसों में सफर करने वाले पैसेंजर्स को भुगतना पड़ रहा है। डग्गामार बसों के पकड़े जाने पर जहां पैसेंजर्स को बीच रास्ते में उतार दिया जाता है, वहीं ऐसी स्थितियों में पैसेंजर्स का पैसा भी वापस नहीं करते हैं। पैसेंजर्स के सफर और आरामदायक बनाने के लिए जब परिवहन विभाग ने अभियान चलाया तो एक दिन में 800 से अधिक डग्गामार बसें जब्त की गई। सरकार को लगा रहे चूनापरिवहन निगम ने डग्गामार बसों के चलते पैसेंजर्स को हो रही प्रॉब्लम को देखते हुए परिवहन विभाग को पत्र लिख कर प्रदेश में डग्गामार बसों के संचालन पर रोक लगाने की मांग की थी। इन बसों की वजह से केवल पैसेंजर्स को ही परेशानी नहीं हो रही है बल्कि सरकार को राजस्व का भी नुकसान हो रहा है। इसे देखते हुए परिवहन विभाग ने अभियान चलाकर प्रदेश में 800 से अधिक बसें पकड़ी।
वर्जनकिस तरह से डग्गामार बसें ऑनलाइन टिकट बुक कर रही हैं इसकी जांच शुरू हो गई है। पैसेंजर्स को रोडवेज बसों में जो सुविधा मिलती है वह डग्गामार बसों में नहीं। ऐसे में पैसेंजर्स को होने वाली प्रॉब्लम दूर की जानी चाहिए।
राजशेखर एमडी परिवहन निगम, लखनऊ डग्गामार बसों बनी आफत - आरटीओ और ट्रैफिक पुलिस कहीं भी बस को पकड़ सकते हैं, ऐसे में पैसेंजर्स को बीच रास्ते में बस से उतरना पड़ता है - ऑनलाइन टिकट लेकर बस में सफर करने पर पैसेंजर्स की धनराशि भी वापस नहीं मिल पाती - इन बसों के लिए कोई बस अड्डा नहीं बना, ऐसे में ये बसें रोड पर खड़ी होती हैं - बस अड्डों पर पैसेंजर्स के लिए वेटिंग एरिया, पानी, खाने सहित कई सुविधाएं उपलब्ध हैं। डग्गामार बसों के पैसेंजर्स को इस तरह की कोई सुविधा नहीं मिल पाती। - किसी भी तरह की दुर्घटना होने पर डग्गामार बसों के पैसेंजर्स को किसी तरह की धनराशि मुआवजे के रूप में नहीं मिलती है - पैसेंजर्स की दिक्कतें सुनने की यहां कोई व्यवस्था नहीं होती रोडवेज बसों में सफर के फायदे - रोडवेज बसों में टिकट लेते ही पैसेंजर्स का बीमा हो जाता है - दुर्घटना होने पर पैसेंजर्स की मृत्यु होने पर परिजनों को 5 लाख रुपए की धनराशि दी जाती है- इलाज के लिए 25 हजार से लेकर ढाई लाख रुपए तक खर्च किया जाता है
- रोडवेज के बस अड्डों पर बसें रुकती हैं, वहां पर पैसेंजर्स के लिए कैंटीन से लेकर पीने के पानी और अन्य यात्री सुविधाओं की व्यवस्था रहती है - पैसेंजर्स को परेशानी होने पर वह इसकी कंप्लेंट कर सकता है और शिकायत दूर की जाती है - बसों में पैनिक बटन की सुविधा दी गई है जिससे मौके पर सहायता पहुंचाई जा सकती है