- एसिम्टोमेटिक कोरोना पेशेंट्स को घर में 14 दिन के लिए रख इलाज की मिलेगी सुविधा - ज्यादा हालत बिगड़ने पर ही बीआरडी मेडिकल कॉलेज में कराया जाएगा एडमिट GORAKHPUR: एसिम्टोमेटिक कोरोना पेशेंट्स यानि जिनमें सिम्प्टम न दिखे हों का चीन के वुहान मॉडल पर इलाज किया जाएगा. गोरखपुर में बढ़ती जा रही कोरोन

- एसिम्टोमेटिक कोरोना पेशेंट्स को घर में 14 दिन के लिए रख इलाज की मिलेगी सुविधा

- ज्यादा हालत बिगड़ने पर ही बीआरडी मेडिकल कॉलेज में कराया जाएगा एडमिट

GORAKHPUR: एसिम्टोमेटिक कोरोना पेशेंट्स यानि जिनमें सिम्प्टम न दिखे हों, का चीन के वुहान मॉडल पर इलाज किया जाएगा। गोरखपुर में बढ़ती जा रही कोरोना केसेज की तादाद को देखते हुए शासन के निर्देश पर हेल्थ डिपार्टमेंट की तरफ से ये कवायद की जा रही है। डॉक्टर्स की मानें तो एसिम्टोमेटिक कोरोना पेशेंट्स को घर पर ही आइसोलेट कर इलाज किया जा सकता है जिससे काफी हद तक अस्पतालों में भीड़ कम होगी। ऐसे पेशेंट्स को सिर्फ ज्यादा हालत बिगड़ने पर ही बीआरडी मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया जाएगा। इसके लिए यह प्रक्रिया स्टार्ट भी कर दी गई है। हेल्थ डिपार्टमेंट की मानें तो घर पर ही आइसोलेट कर इलाज का असर यह रहा कि लोग जल्दी स्वस्थ भी होने लगे। इसी मॉडल को देखते हुए शासन की ओर से यह फैसला लिया गया है।

तबीयत बिगड़ने पर ही होंगे एडमिट

गोरखपुर में कोरोना केसेज की संख्या 111 हो चुकी है। वुहान मॉडल की तर्ज पर होने वाले इलाज के तहत एसिम्टोमेटिक कोरोना पेशेंट्स अब घर पर भी आइसोलेट रह सकते हैं। इसके लिए उन्हें हेल्थ डिपार्टमेंट को यह जानकारी देनी होगी कि उनके रहने की व्यवस्था अलग है। उनका कमरा पूरी तरह कोविड-19 सुरक्षा के मानकों पर है। जिस पर हेल्थ डिपार्टमेंट जांच करते हुए उन्हें घर पर आइसोलेट रहने की सलाह देगा। अगर इस दौरान तबीयत खराब होती है, तो उन्हें एंबुलेंस की मदद से अस्पताल लाया जाएगा। इस संबंध में शासन ने निर्देश जारी कर किया है। बता दें, आईसीएमआर की जांच में यह बात सामने आ चुकी है कि 80 प्रतिशत भारतीयों में कोरोना के लक्षण नहीं मिले हैं, फिर भी वह कोरोना पॉजिटिव पाए गए है। शासन के इस नए निर्णय से एसिम्टोमेटिक पेशेंट्स को काफी राहत मिलेगी।

घर पर आइसोलेट होने के मानक

- घर में अलग टॉयलेट अैटच रूम होना चाहिए।

- यदि कोई सिम्प्टम नहीं है तो घर पर आसानी से रह सकते हैं।

- हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम उनकी निगरानी करेगी।

- घर से ही उनके सैंपल लेकर दूसरी व तीसरी जांच कराई जाएगी।

- इस दौरान उन्हें हॉस्पिटल भी नहीं जाना होगा।

- अगर बीच में तबीयत खराब होती है, जैसे छींक, सर्दी, जुकाम के कोई भी लक्षण दिखते हैं तो उन्हें बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया जाएगा।

वर्जन

एसिम्टोमेटिक कोरोना पेशेंट्स को घर पर रहने के लिए शासन की ओर से नया निर्देश आ गया है। अगर घर में रहने की अलग और अच्छी व्यवस्था है तो ऐसे पेशेंट्स भी घर पर ही 14 दिन आइसोलेट रह सकते हैं। लक्षण नजर आने पर उन्हें एडमिट किया जाएगा।

- डॉ। श्रीकांत तिवारी, सीएमओ

Posted By: Inextlive