- आर्किटेक्ट परामर्शी की तर्ज पर नियुक्त होंगे वृक्ष संवर्धन वैज्ञानिक

- वृक्षों को पुर्नस्थापित करने से लेकर इनके बचाने तक की होगी जिम्मेदारी

PATNA

प्रदेश सरकार ने मौसम में लगातार उतार चढ़ाव, प्रदूषण का बढ़ता स्तर और भूजल स्तर में गिरावट को देखते हुए वृक्षों की कटाई पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। इसके साथ ही निर्माण एजेंसियों द्वारा आर्किटेक्ट परामर्शी नियुक्त करने की तर्ज पर वृक्ष संवर्धन वैज्ञानिकों की नियुक्ति का फैसला भी सरकार ने किया है।

वृक्षों पर फैसला लेंगे संवर्धन वैज्ञानिक

वृक्ष संवर्धन वैज्ञानिकों की बड़ी भूमिका होगी। भविष्य में जो भी सरकारी निर्माण कराए जाएंगे उसके पूर्व परियोजना स्थल के निरीक्षण में आर्किटेक्ट, डिजाइन कंसलटेंट के साथ ही वृक्ष संवर्धन वैज्ञानिक भी मौजूद रहेंगे। तीनों अधिकारी मिलकर परियोजना की आवश्यकता एवं निर्माण कार्यो पर विमर्श करेंगे। वृक्ष संवर्धन वैज्ञानिक देखेंगे कि परियोजना के कार्यक्षेत्र में कितने वृक्ष आ रहे हैं। वृक्ष को परियोजना क्षेत्र में छोड़ने या पुर्नस्थापित करने का अंतिम फैसला इन्हीं का होगा। यदि पेड़ काटे बगैर परियोजना को आगे बढ़ाने का कोई रास्ता नहीं तो काटे गए पेड़ के स्थान पर कितने नए वृक्ष लगाए जाएंगे यह तय करना भी इन वैज्ञानिकों का ही काम होगा। सभी परियोजनाओं में यही नियम लागू होगा। वृक्ष संवर्धन वैज्ञानिक की अनापत्ति के बाद काटे जाने वाले वृक्षों को सूचीबद्ध किया जाएगा। इसके बाद प्रधान मुख्य वन संरक्षक द्वारा गठित कमेटी तय करेगी कि वृक्ष पर अंतिम फैसला क्या होगा। वृक्ष संवर्धन वैज्ञानिक की नियुक्ति और सेवा शर्त निर्धारण के लिए वन एवं पर्यावरण विभाग ने पहल कर दी है। विभाग ने इस कार्य को प्राथमिकता के आधार पर करने का फैसला किया है।

Posted By: Inextlive