-चौक में क्रॉकरी व्यवसायी व उसके नौकर और वजीरगंज में पेट्रोल पंप व्यवसायी की हत्या में भी हुआ था इसी बोर के असलहों का इस्तेमाल

-मॉडस ऑपरेंडी भी समान, अब तक नहीं हो सका खुलासा

-बदमाशों का हुलिया भी हसनगंज की वारदात से खा रहा है मेल

LUCKNOW: हसनगंज के बाबूगंज में लुटेरों ने जिस 7.म्ख् बोर की पिस्टल से सनसनीखेज ढंग से तीन लोगों को मौत के घाट उतारा, ठीक इसी बोर के असलहों से चौक में क्रॉकरी व्यवसायी अमित व उसके नौकर और वजीरगंज में पेट्रोल पंप व्यवसायी एमपी त्रिवेदी की हत्या कर लूटपाट की घटना को अंजाम दिया गया था। दिलचस्प बात यह है कि पूर्व में हुई इन वारदातों का अब तक खुलासा भी नहीं हो सका है। जांच में जुटी टीमें पड़ताल कर रही हैं कि कहीं इन वारदातों से इस घटना का कोई कनेक्शन तो नहीं।

पहले फायरिंग फिर लूटपाट

गौरतलब है कि बीती क्0 मार्च को वजीरगंज की रिवर बैंक कॉलोनी में पेट्रोल पंप व्यवसायी एमपी त्रिवेदी की बाइकसवार दो बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी और उनसे क्0 लाख रुपये लूटकर फरार हो गए थे। कई महीनों की जांच के बावजूद पुलिस हमलावरों का सुराग लगा पाने में नाकाम रही। ठीक इसी तरह चौक के लाजपत नगर में क्रॉकरी व्यवसायी अमित गुरनानी व उसके नौकर को भी बाइकसवार बदमाशों ने दुकान में घुसते ही पिस्टल से ताबड़तोड़ फायरिंग कर भून डाला था। हत्या के बाद बदमाश दुकान में रखा ब् लाख रुपया समेटकर चंपत हो गए थे।

असलहा, अंदाज और हुलिया खा रहा मेल

दोनों ही वारदातों में 7.म्ख् बोर की पिस्टल का इस्तेमाल किया गया था और बदमाश बिना फायरिंग के भी लूटपाट को अंजाम दे सकते थे। पर, बदमाशों की हरकत से साफ पता चलता है कि उनका मकसद लूटपाट के साथ ही दहशत फैलाना भी था। हसनगंज कांड की जांच में जुटे ऑफिसर्स को पड़ताल में पता चला है कि मॉडस ऑपरेंडी के साथ ही उन दोनों वारदातों को अंजाम देने वाले बदमाशों का हुलिया भी प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के मुताबिक कमोबेश मेल खाता है।

Posted By: Inextlive