Patna : जैसा कि पहले से ही आशंका जताई जा रही थी कि हत्यारा घर का ही कोई है कहानी बिल्कुल वैसी ही सामने आई. गोपाल शरण सिंह की पहली पत्नी से पैदा हुआ देवेश ही कातिल निकला.


गोपाल शरण ने स्वीकार किया कि बेटे ने की हत्या
दिल्ली से पटना लाये गये गोपाल शरण सिंह ने पुलिस के सामने यह स्वीकार कर लिया कि हत्या उनके बेटे देवेश ने की है। हथौड़ा से काफी बेरहमी से उसने कत्ल किया है। उनके बयान के बाद पुलिस ने घर से उस हथौड़े को बरामद भी कर लिया है.

करोड़ों की जमीन ने कराई हत्या
सौतेली मां और बहनों की हत्या के पीछे कटिहार की ढाई बीघा जमीन की बात सामने आई है जिसे देवेश बेचने का दबाव बना रहा था। दरअसल अब उस जमीन की कीमत करोड़ों की हो गई है। दूसरी ओर इस जमीन को बेचने के मामले में अलीना रोड़ा बनी हुई थी। वह अपनी बेटियों की शादी के लिए चिन्तित थी। ऐसे में वह नहीं चाहती थी कि जमीन बिके। इसी बात को लेकर पहले भी झगड़े होते रहे हैं। पूरा मुहल्ला उनके हर दिन के झगड़े से वाकिफ था.

बाप के न आने का गम भी
दो महीने पहले ही दिल्ली में रह रहे देवेश की पत्नी को बेटा हुआ था। लेकिन गोपाल शरण सिंह वहां नहीं जा सके थे। इससे भी वह नाराज था और उसे शक था कि सौतेली मां और बहनों के कारण ही वह नेगलेक्ट किया जा रहा है। इस गम ने भी उसे परेशान कर रखा था। वैसे कुछ पड़ोसियों की मानें तो वह चार पांच दिनों से ही उस इलाके में देखा भी जा रहा था।

पकड़ से दूर है देवेश
फिलहाल देवेश पुलिस की पकड़ से दूर है। इससे पहले पुलिस की टीम गोपाल शरण सिंह और उनके दूसरे बेटे चिंटू को लेकर पटना पहुंची। पहले मुगलसराय फिर उसके बाद पटना-मथुरा एक्सप्रेस से पटना लेकर शाम में पहुंची। वैसे रास्ते में ही गोपाल शरण सिंह ने इस वारदात की पूरी कहानी पुलिस को बता दी थी। पुलिस भी सिर्फ उसे पटना लाकर कुछ एवीडेंस जुटाना चाह रही थी। डीआईजी सेन्ट्रल रेंज सुनील कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि गोपाल शरण सिंह ने पूछताछ में यह कबूल कर लिया है कि उनके बेटे देवेश ने ही हथौड़े से मारकर हत्या की है। देवेश फिलहाल फरार है.

रास्ते में बताया कि मार डाला
गोपाल शरण सिंह ने पुलिस को बताया कि घटना के दिन 15 दिसम्बर को वे दिन में ही अपने आफिस एक काम से निकले। पहले से ही बेटा आया था और वह दिल्ली ले जाने की जिद पर अड़ गया था। सारी तैयारी करने के बाद गोपाल शरण सीधे स्टेशन पहुंचने की बात कहकर निकले थे। स्टेशन पर दोनों की भेंट हुई और किसी तरह दिल्ली रवाना हुए। रास्ते में देवेश ने उन्हें बताया कि उसने तीनों को मार डाला है और उनकी मोबाइल भी अपने कब्जे में ले ली। बाद में दिल्ली पहुंचने पर उन्होंने योगेन्द्र को फोन कर घर पर हालत देखने को कहा था.

थाना बना रहा इंवेस्टिगेटिंग जोन
इस सनसनीखेज मामले की छानबीन में पुलिस शनिवार से ही लग गई थी। रात भर मंथन के बाद सीनियर एसपी अमृत राजसुबह ही पाटलिपुत्रा थाना पहुंचे। वहां डीएसपी लॉ एण्ड आर्डर विवेकानंद और इंस्पेक्टर प्रमेन्द्र भारती से सभी पहलुओं पर डिस्कशन होता रहा। दोपहर में सिटी एसपी जयंत कांत भी थाने पहुंचे। हालांकि थाने पर ही सीनियर एसपी ने मीडिया को स्पष्ट बता दिया कि इसमें किसी करीबी का ही हाथ है और सारी चीजें जल्द ही क्लीयर हो जाएंगी। हत्या पूरे प्लानिंग के साथ की गई है। वैसे गोपाल शरण सिंह के स्वीकार करने के बाद से ही पुलिस देवेश की गिरफ्तारी को लेकर प्लानिंग करती रही.

Posted By: Inextlive