- टर्बन ट्रैवेलर की एडवेंचरस जर्नी को जानने के बाद लोग हुए काफी एक्साइटेड

- अपनी गाड़ी से दुनिया घूमने का देखा है सपना, धर्मगुरु गुरुनानक देव के 550 वें प्रकाशोत्सव को समर्पित है यात्रा

GORAKHPUR: जोश, जुनून और जज्बा हो, तो इरादों को पूरा करने में उम्र आड़े नहीं आती है। यह प्रूव कर दिखाया है 'द टरबन ट्रैवलर' सरदार अमरजीत सिंह चावला ने, जिन्होंने अपनी दो लाख किमी के सफर में सौ से ज्यादा देशों में पहुंचकर एक नया रिकॉर्ड कायम किया है। रविवार को अमरजीत जब गुरुद्वारा जटाशंकर पहुंचें, तो उनका भव्य स्वागत किया गया। उनकी यह मैराथन यात्रा सिखों के धर्मगुरु गुरुनानक देव के 550 वें प्रकाशोत्सव को समर्पित है। यात्रा का उद्देश्य लोगों के बीच साम्प्रदायिक सौहार्द और सामाजिक समरसता का संदेश देना हैं। यात्रा की अगली सीरीज में वह नेपाल के लिए रवाना हुए।

60 साल की उम्र, 40 हजार किलोमीटर का सफर

चावला अपने बिजनेस से रिटायर होकर, 60 साल की उम्र में अपने 'ड्रीम ट्रैवेलिंग' को पूरा कर रहें है। वह अपनी पर्सनल गाड़ी से छह माह में करीब 30 से ज्यादा देशों की सैर कर चुके हैं। अमरजीत सिंह चावला ने दिल्ली से लंदन तक के सफर का एक्सपीरियंस शेयर करते हुए बताया कि सालों पहले एक विदेशी कपल भारत में घूमने आया था। जो सड़क के रास्ते घूम रहा था, उसी से प्रभावित होकर मैंने सड़क के रास्ते व‌र्ल्ड टूर का फैसला किया। उनके दिल में दुनिया घूमने का सपना हमेशा से था। उन्होंने रिटायरमेंट के बाद इसे पूरा करने का फैसला किया। उनके इस ड्रीम को पूरा करने में परिवार का भी पूरा सहयोग मिल रहा है।

डॉक्युमेंट्री बनाने की चाह

अमरजीत सिंह बताते हैं कि वह भारतीय दर्शन 'वसुधैव कुटुम्ब' जिसका अर्थ है, 'पूरी दुनिया एक परिवार है' और गुरु गोविंद सिंह का संदेश कि 'सभी मानव एक हैं' को दुनिया में बताना चाहते हैं.उन्होंने बताया कि भारत में बहुत से लोगों को नहीं पता है कि दिल्ली से लंदन बाई रोड भी जाया जा सकता है। एक वह डॉक्यूमेंट्री भी बनाना चाहते हैं, जिसमें वह बताएंगे कि दिल्ली से लंदन रोड के रास्ते कैसे जाया जा सकता है।

जुलाई 2018 में सफर की शुरुआत

चावला ने दिल्ली से लंदन का सफर जुलाई 2018 में शुरू किया। 2013 मॉडल की एसयूवी से वह सफर पर निकले और 30 देश और 135 शहरेंा का सफर पूरा किया। वह दिल्ली होते हुए नेपाल, चीन, किरगिस्तान, उजबेकिस्तान, कजाकिस्तान, रुस, इस्तोनिया, लिथुआनिया, लतविया, फिनलैंड, स्वीडन, नॉर्वे, डेनमार्क, नीदरलैंड, जर्मनी, पोलैंड, ऑस्ट्रिया, स्वीजरलैंड, इटली, मोनाको, स्पेन, पुर्तगाल, लक्समबर्ग, बेल्जियम, फ्रांस के रास्ते लंदन पहुंचे। जहां से उन्होंने अपनी कार को 20 फरवरी को जहाज के रास्ते मुंबई भेजा। जहां से वह अहमदाबाद, जयपुर, अमृतसर और दिल्ली पहुंचे। इसमें वह करीब 700 लोगों से मिले, जिसमें हॉलीवुड के सितारे, राजनेता, मंत्री, भारतीय राजदूत, मेयर, बॉलीवुड के सितारे और बहुत से आम लोग शामिल हैं।

सफर में दिक्कतें

अमरजीत की मानें तो दिल्ली से लंदन तक रोड से यह सफर बिल्कुल आसान नहीं था। उन्हें खाने को लेकर बहुत सी प्रॉब्लम भी हुई। प्योर वेजिटेरियन होने की वजह से सफर के दौरान उनका वजन करीब 22 किलो घट गया। टॉयलेट को लेकर भी उन्हें कई तरह की प्रॉब्लम फेस करनी पड़ी। चावला को इस सफर में 3 बार रुकावट का सामना करना पड़ा। एक बार उनकी गाड़ी का टायर फट गया, तो वहीं झपकी आने से भी एक्सीडेंट हो गया और तीसरी रुकावट तब आई जब वह बीमार हो गए।

Posted By: Inextlive