-हत्यारे को थी सर्राफ व्यापारी के घर की पूरी जानकारी

-साथी ऑटो चालक के साथ मिलकर बनाई थी योजना

आगरा। शमसाबाद में सराफा दंपति का मर्डर करने का आरोपी कपिल गुप्ता पर करीब दस लाख रुपये का कर्जा था। कर्ज के कारण वह काफी परेशान था। उसने कर्ज के चलते ही अपने साथी ओमबाबू के साथ मिलकर वारदात को अंजाम देने के लिए प्लान बनाया था। कपिल ने पहले सराफ कमलेश गुप्ता से उधार में अंगूठी खरीदी और फिर उस अंगूठी की रकम चुकाने के बहाने अपने साथी के साथ सराफ के घर में घुसकर वारदात को अंजाम दे दिया।

उधार अंगूठी खरीदी

कपिल गुप्ता इरादत नगर रोड पर किराने की दुकान चलता था, जबकि उसका साथी ओम बाबू राठौर ऑटो चालक है। लूट की योजना बनाने के लिए कपिल ने 22 जनवरी को कमलेश गुप्ता से एक सोने की अंगूठी उधार खरीदी। कपिल गुप्ता उधार अंगूठी के रुपए चुकाने के लिए 27 जनवरी को कमलेश गुप्ता के घर पहुंचा। इसकी जानकारी कपिल ने कमलेश गुप्ता को दी थी। कमलेश ने अपनी पत्नी लता गुप्ता को कपिल के घर आने के बारे में बताया। शाम सात बजे कपिल सराफ के घर पहुंचा। लता ने कपिल व उसके साथ ओमबाबू राठौर को घर में आने दिया। उस समय कमलेश गुप्ता रोजाना की तरह दुकान बंद करने के बाद मन्दिर गए थे।

सूजा घोंपा, करंट लगाया

घर में घुसते ही कपिल और उसके साथी ने लता को पकड़ लिया और उसकी गला दबा दिया। बाद में लोहे के सूजे को उसके गले में घोंप दिया। लता की हत्या करने के बाद दोनों ने घर में रखी पांच अल्मारियों में से दो के ताले तोड़ दिया। दोनों ने यहां से करीब 15 किलो सोना, 25 किलो चांदी और 13 लाख की नकदी बैग में भर ली। इसी बीच सराफ कमलेश गुप्ता घर पहुंच गया। घर में आते ही कमलेश गुप्ता ने शोर मचाना चाहा लेकिन दोनों ने उन्हें भी दबोच लिया और मौत के घाट उतार दिया। आरोपियों ने कमलेश को मारने के बाद करंट भी लगाया। दोनों की हत्या करने के बाद कपिल और ओमबाबू लूट का सामान लेकर फरार हो गए।

कैला देवी मन्दिर पर चढ़ाया चढ़ावा

हत्यारे कपिल और ओम बाबू सराफा दंपति की हत्या के बाद लूट का सामान लेकर फतेहपुरसीकरी के लिए रवाना हो गए। यहां से दोनों कैला देवी मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने मंदिर पर चढ़ावा चढ़ाया और कुछ रुपये दान किए। इसके बाद दोनों जयपुर रवाना हो गए। पुलिस दोनों की लोकेशन पहले से ही ट्रैस कर रही थी। दोनों के जयपुर से वापस फतेहपुर सीकरी लौटने पर पुलिस ने उन्हें अरेस्ट कर लिया। पूछताछ में उन्होंने सराफा दंपति की हत्या और लूट की घटना स्वीकार की।

गांव से नजदीकी था कपिल

पुलिस के अनुसार हत्यारोपी कपिल गुप्ता के बाबा वेद प्रकाश सराफ कमलेश गुप्ता के यहां मुनीम रहे थे। इसके चलते वह एक दूसरे से अच्छी तरह परिचित थे। कपिल अक्सर अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए सराफ कमेटी के अध्यक्ष कमलेश गुप्ता से कर्ज लेता रहता था, जो वह समय पर चुकता भी करता था। नजदीकी के चलते कपिल को सर्राफ के घर की पूरी जानकारी थी। सराफा दंपति की हत्या के बाद से कपिल गुप्ता गायब था। इससे पुलिस का शक और बढ़ गया। इस बिन्दु पर पूछताछ के बाद पुलिस टीम को सफलता मिली।

ऑटो चालक का आपराधिक इतिहास

कपिल गुप्ता के साथी हत्यारोपी ओम बाबू ऑटो चालक है। पुलिस पूछताछ में इसका आपराधिक रिकॉर्ड भी सामने आया है। एमपी पुलिस से जानकारी मिली है कि लूट की एक अन्य घटना में ऑटो चालक ओम बाबू की पुलिस को तलाश थी।

मोतियों की माला पहनाकर पुलिस का स्वागत

डबल मर्डर का खुलासा करने और लूट का माल बरामद करने के बाद व्यापारियों ने पुलिस की प्रशंसा की। उन्होंने एडीजी अजय आनंद, आईजी ए सतीश गणेश, एसएसपी बबलू कुमार और एसपीआरए प्रमोद का मोतियों की माला पहनाकर सम्मान किया। इसके साथ पुलिस टीम का आभार व्यक्त करते हुए पुलिस लाइन में मिष्ठान्न भी वितरित किया।

पुलिस टीम को एक लाख का इनाम

लूट की वारदात के खुलासे के बाद सहयोग करने वाली पुलिस टीम निरीक्षक नरेन्द्र कुमार, प्रवेश कुमार, शेर सिंह, हरवेन्द्र मिश्रा, योगेश कुमार, रामकुमार, प्रशांत कुमार सहित अन्य पुलिस टीम को एक लाख रुपए नगद की घोषणा की है।

व्यापारियों में था आक्रोश

शमसाबाद में सराफा कमलेश गुप्ता और उनकी पत्नी लता गुप्ता की हत्या होने के बाद व्यापारियों में खासा आक्रोश था। इधर पुलिस भी हत्याकांड की जांच में तेजी से जुट गई। डबल मर्डर के खुलासे में जो तथ्य सामने आए हैं, वह चौंकाने वाले रहे। प्रारंभिक तौर पर पुलिस इस मामले को केवल दोहरा हत्याकांड ही मान रही थी। मगर, जैसे-जैसे पुलिस की जांच पड़ताल आगे चल रही थी, वैसे-वैसे कहानी साफ हो रही थी। जांच पड़ताल में सामने आया कि इस हत्याकांड में करोड़ों रुपयों की लूट भी हुई है। जिसके चलते यहां पूरे कस्बे में आक्रोश रहा।

Posted By: Inextlive