सीनियर सिटीजन के चेहरे पर झलकी लूटपाट की दहशत

पीपीगंज के भीटीतिवारी में हुए वारदात में दो को किया गिरफ्तार

GORAKHPUR: मुझे नहीं लगा था कि घर का बच्चा भी ऐसा कर सकता है। शराब के नशे में वह दोस्त के साथ अचानक घुस गया। उसने मुझे और बुजुर्ग पत्नी को बंधक बना लिया। हमने कहा कि क्या कर रहे तो रॉड से मार कर घायल कर दिया। वह हमारे घर का था। गांव का बच्चा है। उसकी हरकत से हम लोग सहम गए। समझ नहीं आ रहा था कि आखिर क्या करें। उसे सब पता था कि घर में कहां पर क्या हो सकता है। अकेले और शरीफ होने का फायदा उठाकर दोनों नकदी और गहना ले लिया। अफसोस इस बात का नहीं है कि उसने ऐसा किया। बल्कि हम लोग दुखी इसलिए है कि कोई अपना भी ऐसी हरकत कर सकता है। इस बात पर यकीन नहीं हो पा रहा है। पुलिस ने अच्छा काम किया। दोनों को पकड़ लिया। एसओ का सपोर्ट मिला। यह कहना है कि रिटायर्ड डिप्टी एकाउंटेंट जनरल त्रियुगी नारायण त्रिपाठी का, जिनके घर में घुसकर दो बदमाशों ने लूटपाट की थी। वारदात में पकड़ा गया आरोपित विनय तिवारी उर्फ मंटू तिवारी उनके मोहल्ले का रहने वाला है। उसने अपने रिश्तेदार बृजमनगंज, कैथोरिया, महुलानी निवासी अरविंद मिश्रा के साथ मिलकर लूटपाट की प्लानिंग तैयार की थी। पुलिस ने उसके पास से लूट की 19 हजार 800 रुपए नकदी, च्वेलरी और मोबाइल फोन बरामद किया।

अकेले और शरीफ होने का उठाया फायदा

पीपीगंज के भीटी तिवारी निवासी त्रियुगी नारायण डिप्टी एकाउंटेट जनरल पद से रिटायर हुए थे। रिटायरमेंट के बाद उन्होंने एक धर्मार्थ हॉस्पिटल खोल लिया। एक कॉलेज भी बनवा दिया। अकेले होने की वजह से बुजुर्ग दंपति की देखभाल रिश्तेदारों के जिम्मे हो गई। सबके साथ अच्छा व्यवहार रखने वाले त्रियुगी नारायण के घर पर मोहल्ले का विनय तिवारी उर्फ मिंटू आता जाता था। मिंटू की आम शोहरत ठीक नहीं है। कर्ज चुकाने के लिए रुपए की जरूरत महसूस होने की वजह से उसने रिश्तेदार के साथ मिलकर लूट की योजना बना ली। उसे लगा कि लूटपाट के बाद वह लोग विरोध नहीं करेंगे। पुलिस तक मामला भी नहीं पहुंच सकेगा। 20 जून की रात दोनों नशे में धुत होकर पहुंचे। बाबा-बाबा कहते हुए त्रियुगी नारायण को कमरे में लेकर चले गए। उनकी पत्नी ने पूछा कि मिंटू क्या कर रहे हो तो जानमाल की धमकी देकर चुप कर दिया।

संजीदा हुए अफसर, खुल गया केस

अकेले रहने वाले दंपति के साथ लूटपाट को एसएसपी डॉ। सुनील गुप्ता ने काफी गंभीरता से लिया। उनके निर्देश पर सीओ कैंपियरगंज दिनेश सिंह ने खुद पड़ताल शुरू कर दी। साथ ही क्राइम ब्रांच के एसओजी प्रभारी सादिक परवेज की अगुवाई में टीम जांच में जुट गई। सोमवार को डीआईजी राजेश मोदक ने घटनास्थल का मुआयना करते हुए बुजुर्ग दंपति से बात की। अधिकारियों की संवेदनशीलता से बदमाशों को अरेस्ट करने में कामयाबी मिली। मंगलवार को पुलिस ने दोनों बदमाशों को नयागांव मोड़ से अरेस्ट कर लिया। घटना के पहले सोनू का मोबाइल आफ हो गया था। इसलिए पुलिस का शक उसकी तरफ गया। जांच में उनके खिलाफ सबूत मिले।

लूटपाट में शामिल दोनों बदमाशों को अरेस्ट कर लिया गया है। आरोपित मिंटू तिवारी उसी गांव का रहने वाला है। उसने अपने फुफुरे भाई अरविंद मिश्रा उर्फ सोनू के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया।

अरविंद पांडेय, एसपी नार्थ

Posted By: Inextlive