--स्वर्णरेखा नदी से रिकवर की गई दो बच्चों की बॉडी

-नहाने के दौरान शनिवार को स्वर्णरेखा नदी में डूबे थे दो बच्चे

-जुस्को के गोताखोरों ने शवों को बाहर निकाला

-परिजनों के थम नहीं रहे हैं आंसू

JAMSHEDPUR: स्वर्णरेखा नदी में डूबे दो किशोर के बॉडी रविवार को रिकवर कर ली गई। स्वर्णरेखा नदी तट के लालभट्ठा इलाके से दोनों मासूमों का शव बरामद किया गया। जानकारी के मुताबिक तीन किशोर बाबूडीह घाट स्थित स्वर्णरेखा नदी में नहाने गए थे। एक किशोर को स्थानीय लोगों के प्रयास से शनिवार को ही बचा लिया गया। जबकि दो का शव रविवार को जुस्को के गोताखारों ने निकाला। डूब कर मरने वाले में भरत सिंह का पुत्र मंतोष उर्फ मुरारी (क्क् वर्ष) और रामनारायण यादव का पुत्र सौरव कुमार (क्ब् वर्ष) हैं। दोनों ही हरिजन स्कूल भालूबासा में पांचवीं क्लास के छात्र थे।

नहाने के दौरान डूबे थे नदी में

सिदगोड़ा थाना प्रभारी ने बताया कि शनिवार की सुबह लगभग साढ़े दस बजे बाबूडीह स्थित झरना घाट में मंतोष और सौरभ नहाने गए थे। इस दौरान दोनों डूब गए। इसके बाद से दोनों का अता-पता नहीं चला। देर शाम जुस्को के गोताखोर से दोनों की तलाश कराई गई, लेकिन अंधेरा हो जाने के कारण सफलता नहीं मिली। रविवार की सुबह फिर से गोताखोरों को लगाया गया। काफी तलाश के बाद गोताखोरों ने दोनों शव निकाला।

कारू ने एक को बचाया था

स्थानीय लोगों के मुताबिक शनिवार की सुबह तीन किशोर नदी में नहा रहे थे। कुछ महिलाएं भी नदी में नहा रही थी। इसी बीच महिलाओं ने देखा कुछ बच्चे तेजी से भाग रहे हैं। महिलाओं देखा तो एक बच्चा को डूबते हुए पाया। महिलाएं जोर-जोर से चिल्लाने लगीं। आवाज सुनकर कारू महतो नामक युवक नदी में कूदकर डूब रहे बच्चे को नदी से बाहर निकाला। कारू ने बताया कि डूब रहे बच्चे को जैसे ही बाहर निकाला वह तेजी से भाग गया। वह कुछ पूछ भी नहीं पाया कि वह कौन है और कहां रहता है।

आई अस्पताल गए थे मंतोष के पिता

मृतक मंतोष कुमार उर्फ मुरारी के पिता भरत सिंह ने बताया कि वह शनिवार की सुबह अपनी आंखों की जांच करवाने के लिए आई हॉस्पिटल गए थे। वे करीब डेढ़ बजे घर लौटे तो उनके बड़े बेटे संतोष ने बताया कि मंतोष अब तक घर नहीं आया है। उसने बताया कि नदी में दो बच्चों के डूबने की जानकारी मिली थी। यह बात सुनकर पिता भरत सिंह आनन-फानन में अपने बेटे की खोज में नदी तट पर गए थे। रविवार की सुबह जब दो बॉडी रिकवर की गई तो उन्होंने अपने बेटे की पहचान की।

काम से बाहर निकले थे सौरव के पिता

किशोर सौरव कुमार के पिता राम नारायण यादव ने बताया कि वे भी काम पर गए थे। वहां उन्हें सूचना मिली कि सौरव नदी में डूब गया है। वे आनन-फानन में घर पहुंचे और अपने बेटे की खोजबीन में जुट गए थे। रविवार की सुबह सौरव का शव लाल भट्ठा स्थित स्वर्णरेखा नदी तट से बरामद किया गया। शव मिलने के बाद दोनों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

स्वर्णरेखा नदी में डूबे दोनों बच्चों की बॉडी निकाल ली गई है। अनुसंधान में यही लग रहा है कि दोनों नदी में नहाने गए थे और उन्हें तैरना नहीं आता था।

-राजू, सिदगोड़ा थाना प्रभारी

Posted By: Inextlive