GORAKHPUR: मदन मोहन मालवीय यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के विद्युत अभियंत्रण विभाग की तरफ से दो दिवसीय इंटरनेशनल वर्कशाप का उद्घाटन किया गया। पहले दिन आयोजित 'एनर्जी टेक्नोलॉजी फॉर स्मार्ट सस्टेनेबल सिटीज' विषयक दो दिवसीय इंटरनेशनल वर्कशाप का शनिवार यूनिवर्सिटी के आर्यभट्ट सभागार में उद्घाटन हुआ। विद्युत अभियंत्र विभाग के प्रो। एएन तिवारी के संयोजकत्व में आयोजित इस वर्कशाप की अध्यक्षता एमएमएमयूटी के वीसी प्रो। श्री निवास सिंह ने की। वर्कशाप के दौरान आमंत्रित वक्ताओं में प्रो। मार्कस डखन (जर्मनी) प्रो। अभिजित अभ्यंकर (आईआईटी दिल्ली) प्रो। एचपी खिंचा (पूर्व कुलपति, वीटीयू) प्रो। नारायण पिन्दोरिया (आईआईटी गांधीनगर) जानकी जेठी (गिफ्ट सिटी, गुजरात) व अरविन्द कुमार राजपूत (गिफ्ट सिटी, गुजरात) ने अपने विचार रखे। वर्कशाप मूल रूप से इंडो जर्मन साइंस एंड टेक्नोलॉजी सेंटर द्वारा वित्तपोषित शोध परियोजना 'एफीशिएंट कपलिंग ऑफ वाटर एंड एनर्जी टेक्नोलॉजी फॉर स्मार्ट सस्टेनेबल सिटीज' के अंतर्गत आयोजित की जा रही है। शोध परियोजना का उद्देश्य स्मार्ट शहरों में जल और ऊर्जा प्रबंधन की स्मार्ट तकनीक विकसित करना है। इस परियोजना के अंतर्गत स्मार्ट तकनीक विकसित करने के लिए 9 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। परियोजना में एमएमएमयूटी, गोरखपुर और आईआईटी गांधीनगर एकेडमिक सहयोगी के रूप में जुड़े हैं। जबकि, जर्मन कंपनी सोनेन औद्योगिक सहयोगी के रूप में योगदान देगी। इस परियोजना के अंतर्गत विकसित तकनीक का इस्तेमाल गांधीनगर, गुजरात में बन रही 'गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक सिटी (गिफ्ट सिटी) को संवारने में किया जाएगा। इस दौरान जल और ऊर्जा के एकीकृत प्रबंधन, ऊर्जा एवं जल के इस्तेमाल पर लगातार नजर रखते हुए उसका विश्लेषण करने के लिए सॉफ्टवेयर विकसित करने, ऊर्जा दक्ष तकनीक विकसित करने संबंधी पहलुओं पर चर्चा हुई।

Posted By: Inextlive