- दिल्ली-हावड़ा रूट चालू, दो-तीन दिन में सारी ट्रेनें आ जाएंगी लाइन पर

- सीआरएस ने लिया अधिकारियों व कर्मचारियों का बयान

- डीआरएम ऑफिस के कमेटी रूम में मौजूद रहे एनसीआर के अधिकारी

दिल्ली-हावड़ा रूट चालू, दो-तीन दिन में सारी ट्रेनें आ जाएंगी लाइन पर

- सीआरएस ने लिया अधिकारियों व कर्मचारियों का बयान

- डीआरएम ऑफिस के कमेटी रूम में मौजूद रहे एनसीआर के अधिकारी

ALLAHABAD: ALLAHABAD: दिल्ली-हावड़ा रूट पर सिराथू और अटवार स्टेशन के बीच मूरी एक्सप्रेस डिरेलमेंट की वजह से जिन लोगों ने अपना ट्रेवलिंग प्लान कैंसिल किया था। टिकट कैंसिलेशन कराया था। उनके लिए गुड न्यूज है। दिल्ली-हावड़ा रूट पर ट्रेनों का आवागमन शुरू हो गया है। फ्9 घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद अप और डाउन लाइन पर ट्रैफिक शुरू हो गया है।

बुधवार को मिली कुछ राहत

दो दिन तक जहां हजारों पैसेंजर्स ट्रेनों के कैंसिलेशन से परेशान थे। इलाहाबाद जंक्शन पर ट्रेनों के इंतजार में पड़े थे। उन लोगों को बुधवार को थोड़ी राहत मिली। क्योंकि कैंसिल और डायवर्ट कर चल रही अप लाइन की ट्रेनें बुधवार को इलाहाबाद जंक्शन पर आई और फिर आगे के लिए रवाना हुई।

कैंसिलेशन से डिस्टर्ब हो गई थी लाइफ लाइन

इलाहाबाद से पर डे दिल्ली, मेरठ और मथुरा-जयपुर के लिए रवाना होने वाली प्रयागराज, संगम और मथुरा-जयपुर एक्सप्रेस इलाहाबाद की लाइफ लाइन हैं। ये तीनों ट्रेनें दो दिन से लगातार कैंसिल चल रही थीं, जिसकी वजह से डाउन लाइन की ट्रेनें भी नहीं आ सकीं। बुधवार को ट्रैक चालू होने के साथ ही इलाहाबाद के लोगों की लाइफ लाइन मानी जानी वाली ये ट्रेनें भी ट्रैक पर आ गई। बुधवार को अपने निर्धारित समय से रवाना हुई। ये गुरुवार को अपने डेस्टिनेशन तक पहुंचेंगी और फिर गुरुवार की रात में वहां से रवाना होंगी यानी गुरुवार की रात से डाउन लाइन की ट्रेनों का कैंसिलेशन खत्म हो जाएगा।

खत्म हुआ डायवर्जन

सोमवार को दोपहर दो बजे के बाद दिल्ली-हावड़ा रूट के अप लाइन पर ट्रैफिक बंद कर दिया गया था, जिसकी वजह से ट्रेनों को मुगलसराय, लखनऊ, कानपुर रूट पर डायवर्ट कर दिल्ली व उसके आगे से रवाना किया गया। लेकिन बुधवार से अप लाइन पर ट्रैफिक चालू होने के बाद डायवर्जन बंद कर दिया गया। सारी ट्रेनों को मेन लाइन के थ्रू ही गुजारा गया।

सीआरएस ने लिए रेल अधिकारियों व पब्लिक के बयान

सिराथू और अटसराय रेलवे स्टेशन के बीच सोमवार को हुई मूरी एक्सप्रेस डिरेलमेंट की घटना, केवल हादसा था या फिर साजिश? कमिश्नर रेलवे सेफ्टी प्रवीण कुमार बाजपेयी ने इस सवाल का जवाब ढूंढने के लिए जांच शुरू कर दी है। मंगलवार को ऑन द स्पॉट इंस्पेक्शन के बाद बुधवार को डीआरएम ऑफिस के कमेटी रूम में सीआरएस ने जांच शुरू की। जांच शुरू करने के साथ ही उन्होंने घटना से संबंध रखने वाले रेलवे के सारे अधिकारियों, कर्मचारियों को बुलवाया और उनका बयान दर्ज किया.उनसे घटना से संबंधित सवाल पूछे।

सीआरएस ने इनसे भी लिए बयान

घटना के दौरान मूरी एक्सप्रेस के आगे और पीछे चल रहे ट्रेनों के ड्राईवर, गार्ड, पीडब्ल्यूआई, लोको, कैरेज एंड वैगन, ओएचई, सेक्शन कंट्रोलर, ड्यूटी पर तैनात संबंधित स्टेशन के एसएस, एसएम, टीईटी, कंट्रोल रूम के अधिकारियों और कर्मचारियों को भी बुलाया गया था, जिनका बयान दर्ज किया गया। जांच के दौरान सीआरएस के साथ एनसीआर के मुख्य सुरक्षा अधिकारी, प्रधान मुख्य अभियंता (पीसीई), चीफ ट्रैक इंजीनियर, चीफ मैकेनिकल इंजीनियर, चीफ सिग्नल टेलीकम इंजीनियर, एसएससी, सीओएम टै्रफिक भी मौजूद रहे।

सीआरएस ने मूरी एक्सप्रेस के ड्राइवर लालजी भारती से पूछे सवाल-

- आखिर कैसे हुई घटना?

- क्या हादसे को बचाया जा सकता था?

- जब ट्रेन डिरेल हुई तो फिर उस समय क्या देखा?

- क्या समझ में आया?

- घटना के बाद तत्काल क्या किया?

- मूरी एक्सप्रेस के ड्राइवर लालजी भारती से पूछा कि उन्होंने अधिकारियों को जानकारी कैसे दी? डॉयरेक्ट या फिर स्टेप बाई स्टेप।

एसडीएम सिराथू से भी सीआरएस ने पूछे सवाल-

- घटना की जानकारी कब हुई?

- घटनास्थल पर कितने बजे पहुंचे?

- जब आप पहुंचे तो घायल पैसेंजर्स मौके पर थे या फिर ट्रीटमेंट के लिए भेजे जा चुके थे।

Posted By: Inextlive