मध्य प्रदेश में शनिवार को भारतीय वायु सेना के दो लड़ाकू विमान सुखोई-30 व मिराज दुर्घटनाग्रस्त हो गए। सूत्रों के मुताबिक नियमित बमबारी अभ्यास के दौरान दोनों के आपस में टकराने से यह दुर्घटना हुयी है। आईएएफ ने कहा कि मामले की कोर्ट ऑफ इंक्वायरी होगी।


नई दिल्ली (आईएएनएस / एएनआई)। भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के दो फाइटर जेट शनिवार को मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में एक रूटीन बॉम्बिंग प्रैक्टिस (नियमित बमबारी अभ्यास) के दौरान टकराने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गए। रक्षा सूत्रों के अनुसार मुरैना और भरतपुर (राजस्थान) के सीमावर्ती इलाके में हुई दुर्घटना के दौरान सुखोई-30 एमकेआई में दो पायलट थे, जबकि मिराज में एक पायलट था। एक फाइटर जेट भरतपुर में और दूसरा मुरैना में गिर गया। रक्षा सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चलता है कि दो पायलट सुरक्षित हैं। उन्हें ग्वालियर के एक अस्पताल में ले जाया गया जबकि तीसरे पायलट की स्थिति का पता लगाने के लिए भारतीय वायुसेना की एक टीम को हेलिकॉप्टर से भेजा गया। रक्षा मंत्री निगरानी कर रहे


विमानों ने नियमित बमबारी अभ्यास के लिए ग्वालियर वायु सेना स्टेशन से उड़ान भरी थी। सूत्रों ने यह भी कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को वायुसेना प्रमुख ने घटना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री ने पायलटों की कुशलक्षेम के बारे में जानकारी ली और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान और आईएएफ प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी के संपर्क में हैं। कोर्ट ऑफ इंक्वायरी होगी

एक बयान में आईएएफ ने कहा कि "कोर्ट ऑफ इंक्वायरी" में यह देखा जाएगा कि दो लड़ाकू जेट विमानों के बीच मध्य हवा में टक्कर हुई थी या नहीं"। विमान दुर्घटना के प्रत्यक्षदर्शी स्थानीय लोगों ने पहले स्थानीय पुलिस को सूचित किया जिसके बाद ग्वालियर वायु सेना स्टेशन को घटना के बारे में सूचित किया गया। क्षेत्र के निवासियों द्वारा शूट किए गए वीडियो में जमीन पर विमान का मलबा दिखाई दे रहा है।

Posted By: Chandramohan Mishra