- सोमवार देर रात तीन बदमाशों ने की थी वकील की गोली मारकर हत्या

- पुलिस ने शुरू की जांच, दो के खिलाफ नामजद मुकदमा

- अधिवक्ताओं ने वकील के हत्यारों को पकड़ने की मांग की

- एसएसपी बोले, सबूत मिलने पर आरोपी वकील को करेंगे गिरफ्तार

Meerut: कचहरी पुल के पास पीएल शर्मा रोड पर पर अधिवक्ता की हत्या में सीनियर वकील समेत दो लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने एक आरोपी को पकड़ने के लिए उसके ठिकानों पर दबिश दी, जबकि सीनियर वकील की गिरफ्तारी से पहले हत्या में शामिल होने के सबूत जुटाए जा रहे है। अधिवक्ताओं ने भी डीएम ऑफिस पर पहुंचकर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की।

क्या था मामला

सोमवार देर रात लालकुर्ती के हीरालाल बिल्डिंग में रहने वाले बामनौली गांव, बागपत निवासी अधिवक्ता केपी सिंह की कचहरी पुल के पास पीएल शर्मा रोड पर हत्या कर दी गई थी। हत्या करने वाले डिस्कवर बाइक पर सवार थे। उन्होंने अधिवक्ता के पास पहुंचने के बाद सटाकर एक गोली सिने में तो दूसरी कनपटी पर मारी थी।

हत्या की वजह

हत्या की वजह निकलकर सामने आई है कि वकील केपी सिंह मुकुंदपुर, तितावी मुजफ्फरनगर निवासी अपने साले अरविंद और उसकी पत्‍‌नी रीता की हत्या का केस लड़ रहे थे। बाकायदा इस मुकदमें में वादी भी थे। ख्00क् में अरविंद और रीता की हत्या जमीनी रंजिश के चलते दौराला के पल्लवपुरम में की गई थी। हत्या में मुकुंदपुर के संदीप और लोकेंद्र तथा छपरौली बागपत के इजवेंद्र को नामजद किया था। तीनों जेल से जमानत पर छूट गए थे, जिसमें इजवेंद्र की हत्या हो चुकी है।

मुजफ्फरनगर में दबिश

मृतक की पत्‍‌नी की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने सीनियर अधिवक्ता मांगेराम और दोहरे हत्याकांड में जमानत पा चुके संदीप को नामजद किया है। पुलिस ने आरोपी संदीप को पकड़ने के लिए मुजफ्फरनगर में दबिशें दी है। वहीं अधिवक्ताओं के अनुरोध पर सीनियर वकील मांगेराम की गिरफ्तारी नहीं की जा रही है। एसएसपी ओंकार सिंह ने अधिवक्ताओं को आश्वासन दिलाया कि, पहले आरोपी अधिवक्ता के खिलाफ हत्या में शामिल होने के सबूत जुटाए जाएंगे। इसके बाद ही गिरफ्तारी की जाएगी।

समझौते का दबाव

केपी सिंह की हत्या की वजह भी हत्यारोपियों को उनके किए की सजा दिलाना था। दरअसल साले और उनकी पत्‍‌नी के दोहरे हत्याकांड में आरोपी सीनियर अधिवक्ता तथा अन्य केपी सिंह पर समझौते का दबाव बना रहे थे। उसे समझौता करने के लिए लाखों रुपये देने की बात भी कही गई। केपी सिंह नहीं माना तो तभी उसे देख लेने की धमकी दी गई थी। एसपी सिटी ओमप्रकाश के मुताबिक मृतक ने दोहरे हत्याकांड के बदले में आरोपियों कीे सजा दिलाने की चेतावनी दी थी।

इन्होंने कहा

हम तो अरविंद्र और रीता हत्याकांड के आरोपियों की ओर से केस लड़ रहे हैं। हमने कोई समझौते का दबाव नहीं बनाया। हमारे खिलाफ नामजदगी गलत है। इस तरह से कोई अधिवक्ता किसी का केस नहीं लड़ेगा। हम चाहते हैं कि केस की निष्पक्ष जांच हो और हत्या करने वालों पर कार्रवाई की जाए।

-मांगेराम, सीनियर वकील

अधिवक्ता की हत्या में सीनियर वकील और दोहरे हत्याकांड के आरोपी को नामजद किया है। एक आरोपी की गिरफ्तारी को दबिश डाली गई। साथ ही सीनियर वकील के हत्या में शामिल होने की जांच करने के बाद ही गिरफ्तारी की जाएगी।

-ओंकार सिंह, एसएसपी

Posted By: Inextlive