-डेंगू के दो संदिग्ध पेशेंट्स की मौत, सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटलों में पेशेंट्स भर्ती कराने की मारामारी

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KANPUR: डेंगू फैलाने वाले मच्छरों पर काबू पाने में नाकाम नगर निगम और हेल्थ डिपार्टमेंट के लिए डेंगू के बढ़ते केसेस बड़ी चुनौती बन गए हैं। हर दिन डेंगू के दर्जनों नए केस रिपोर्ट हो रहे हैं। वहीं अब इससे मौतों का सिलसिला भी शुरू हो गया है। चकेरी और नौबस्ता के अस्पतालों में इलाज करा रहे डेंगू के दो सस्पेक्टेड पेशेंट्स की मौत हो गई। दोनों को ही प्राइवेट लैब से डेंगू की पुष्टि हुई थी। मरने वालों में फतेहपुर में रहने वाला 37 साल का युवक और हमीरपुर की रहने वाली 67 साल की वृद्धा श्ामिल है।

ओपीडी पहुंच रहे सस्पेक्टेड केस

हैलट और कार्डियोलॉजी में हुई संडे ओपीडी में भी डेंगू के कई सस्पेक्टेड केस पहुंचे। डॉक्टर्स ने ऐसे एक दर्जन के करीब पेशेंट्स को डेंगू की जांच के लिए लिखा है। एलएलआर हास्पिटल के मेडिसिन डिपार्टमेंट डेंगू पीडि़त 40 से ज्यादा पेशेंट्स का इलाज चल रहा है। कई पेशेंट्स उर्सला में भी एडमिट कराए गए हैं। इसके अलावा प्राइवेट अस्पतालों में भी डेंगू के पेशेंट्स बड़ी संख्या में ट्रीटमेंट करा रहे हैं। मालूम हो कि इस सीजन में सैटरडे तक कानपुर के डेंगू के 662 केसेस रिपोर्ट हुए हैं जो यूपी में लखनऊ समेत कई दूसरे सिटीज से कहीं ज्यादा हैं।

150 टीमें लगाई गईं

डेंगू के बढ़ते प्रकोप को लेकर सीएमओ डॉ.अशोक शुक्ला ने बताया कि सिटी में 96 क्षेत्रों को चिन्हित किया गया है। इन इलाकों में साफ सफाई के साथ लार्वासाइडल स्प्रे का छिड़काव और फॉगिंग कराई जा रही है। इसके लिए 150 टीमें लगाई गई हैं। जो अब घर घर जाकर लार्वा रिडक्शन के लिए काम करेगी। साथ ही 19 बड़े व 50 छोटे फागिंग वाहन लगाए गए हैं।

डेंगू से कैसे करे बचाव

- डेंगू फैलाने वाले मच्छर का लार्वा साफ और ठहरे हुए पानी में पनपता है ऐसे में घर और आसपास पानी का जमाव न होने दे

- डेंगू फैलाने वाला मच्छर सुबह के वक्त और दिन में ज्यादा सक्रिय होता है। इसलिए शरीर को ढक कर रखे

- कूलर, फूलदान या ऐसी जगहें जहां पानी का जमाव होता है वहां मिट्टी का तेल डाल दें

- डेंगू के लिए कोई खास दवा या वैक्सीन नहीं है। समय पर इलाज कराने पर साधारण दवाओं से ही यह पूरी तरह से ठीक हो जाता है

- बुखार आने पर सीधे डॉक्टर को दिखाए, अपने प्लेटलेट्स काउंट पर नजर रखे

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डेंगू के लक्षण

- जी मिचलाना,उल्टी होना, तेज बुखार, सिरदर्द होना

- जोड़ों और मसल्स में पेन, आंखों के पीछे दर्द होना

- ज्यादा दिन बुखार रहने के नाक,मसूड़ों से खून निकलना, शरीर में लाल चकत्ते पड़ जाना

Posted By: Inextlive