-किडनैपर के साथ मिलकर छात्र के परिजनों से फिरौती मांग रहे थे दोनों दरोगा

-बिहार के गोपालगंज के छात्र को बहाने से उरुवां एरिया में लाया था उसका दोस्त

GORAKHPUR: गोर2ापुर में एक बार फिर 2ाकी दागदार हो गई। किडनैपर से मिलकर किडनैप छात्र की रिहाई के लिए तीन लाख रुपए की फिरौती मांग रहे गोरखपुर में तैनात दो दरोगा को क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को गिर3तार कर लिया। दोनों उरुवा थाने में तैनात थे। टीम ने दोनों आरोपी दरोगा सहित किडनैपर अफजल को 5ाी गिर3तार कर लिया।

बिहार के गोपालगंज के एक कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र एहसान आलम को उसका दोस्त अफजल धोखे से गोरखपुर ले आया। यहां तैनात अपने परिचित दो दरोगाओं से उसने संपर्क किया और उन्हें अपनी साजिश में शामिल कर लिया। इसके बाद छात्र की रिहाई के नाम पर उसके परिजनों से तीन ला2ा रुपए फिरौती मांगी जाने लगी। कैंट पुलिस ने एहसान के चाचा मकसूद आलम की तहरीर पर तीनों के 2िालाफ केस दर्ज कर उन्हें जेल 5ोज दिया।

एसएसपी ने 2ाुद लीड किया मामला

अपहृत छात्र के परिजन रविवार को एसपी साउथ ज्ञानप्रकाश चतुर्वेदी से मिले। इसके बाद उन्होंने इसकी जानकारी एसएसपी को दी और कप्तान की हरी झंडी मिलते ही किडनैपिंग के आरोपी अफजल सहित दोनों दरोगाओं को अरेस्ट कर लिया। इस कार्रवाई के बाद पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। बिहार के गोपालगंज के विशंभर फुलवरिया गांव का रहने वाले शौकत अली का बेटा एहसान आलम गोपालगंज के जलालपुर बाबा में से3टी मैनेजमेंट की पढ़ाई करता है। उसका साथी अफजल उसे धोखे से गोरखपुर के उरुवा एरिया में लाया। इसके बाद अफलज उरुवा थाने में तैनात दरोगा अभिजीत कुमार और रघुनंदन त्रिपाठी के साथ मिलकर एहसान के परिजनों को फोन कर कहा कि जिस गाड़ी से हम लोग आए थे, उसे पुलिस ने पकड़ लिया है। 80 हजार रुपए देकर मैं छूट गया हूं, लेकिन एहसान अ5ाी 5ाी पुलिस के पास है। अफजल ने एहसान के परिजनों से मांग की कि अगर 2.80 ला2ा रुपए दोनों दरोगाओं को नहीं दिया गया तो वह जेल चला जाएगा।

रुपए का कर रहे थे इंतजार, पहुंची क्राइम ब्रांच

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सूचना मिलते ही कप्तान 2ाुद इस मामले को लीड करने लगे और परिजनों ने अफजल के बताए जगह पर रुपए लेकर आने का आश्वासन दे दिया। अपहरणकर्ताओं ने बताया कि दोनों पुलिस वाले अफजल को अपनी प्राइवेट गाड़ी में बैठाकर रेलवे स्टेशन के पास इंतजार कर रहे हैं। उसकी बताई गई जगह पर एहसान के चाचा पहुंच गए। हालांकि पीछे से एसएसपी ने क्राइम ब्रांच की टीम 5ाी लगा र2ाी थी। पहले तो किडनैपर ने घंटों उसके परिजन को इधर-उधर घुमाया। इसके बाद स्टेशन के गेट नंबर एक पर मिलने की बात कही। एहसान के चाचा मकसूद बताए जगह पहुंचे तो दे2ा कि एक रेनाल्ट 1वीड गाड़ी में एहसान को लिए दो दरोगा बैठे मिले। अफजल 5ाी वहीं पर था। अ5ाी दोनों में बातचीत शुरू होती कि पीछे से क्राइम ब्रांच की टीम ने तीनों को दबोच लिया।

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मृतक आश्रित में बने थे दरोगा

मृतक आश्रित में नौकरी पाए दोनों आरोपी दरोगा उरुवां थाने पर तैनात थे। हालांकि इनकी ज्वाइनिंग के बाद अ5ाी इनका परीक्षण समय चल रहा था। लेकिन 2ाकी वर्दी पहनते ही दोनों में रुपए कमाने की ललक शुरू हो गई। ऐसे में करियर शुरू होने से पहले ही सिर्फ नौकरी ही नहीं गंवानी पड़ी, बल्कि जेल की हवा 5ाी 2ानी पड़ गई। सूत्रों के मुताबिक, प्रशिक्षु दरोगा अ5िाजीत कुमार थाने में ही अपनी एक निजी कार और बुलेट र2ो था। जिससे एरिया में घुमकर 5ाौकाल तो टाइट करता ही था, साथ ही एरिया के नवयुवकों पर जबरिया मु2ाबिरी करने कर दबाव 5ाी बनाता था। दोनों ने अपना ऐसा ही एक मु2ाबीर अफजल को 5ाी बना र2ा था। जिसके जरिए लोगों को फर्जी मुकदमों में फंसाने की धमकी देकर दोनों वसूली करते थे।

Posted By: Inextlive