RANCHI: ताइक्वांडो फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव संजय शर्मा ने रांची के बरियातू व विद्यानगर में रहनेवाली दो नेशनल प्लेयर्स के साथ भी यौन शोषण किया था। इन दोनों प्लेयर्स का यौन शोषण ट्रेनिंग देने के नाम पर किया गया था। संजय शर्मा के बारे में इन लोगों ने कंप्लेन दर्ज कराने की भी ठानी थी, लेकिन खुद की ब्लैकमेलिंग के कारण प्राथमिकी दर्ज नहीं करा‌ई्र। अब ये लड़कियां भी संजय शर्मा के खिलाफ गवाही देने के लिए तैयार हैं।

कई लड़कियों ने छोड़ा खेल

चास में रहनेवाली एक महिला ताइक्वांडो खिलाड़ी ने भी संजय शर्मा की करतूतों की पोल खोली है। उस प्लेयर्स ने बताया कि संजय ने दर्जनभर महिला खिलाडि़यों की अस्मत लूटी या हवस का शिकार बनाने का प्रयास किया। इन खिलाडि़यों ने खेल से तौबा कर ली। इनमें एक जमशेदपुर की खिलाड़ी भी शामिल है।

एक ने गाड़ी से लगा दी थी छलांग

पीडि़त महिला खिलाड़ी ने बताया कि डे-बोर्डिग सेंटर में गलत व्यवहार होता था। संजय शर्मा का इरादा भांपने के बाद कई लड़कियां अपनी इज्जत बचाने के लिए छिप कर रहती थीं। विरोध करनेवाली खिलाडि़यों को खेल से ही निकालने की धमकी दी जाती थी। उसके साथ भी जबरदस्ती का प्रयास किया गया था। जब एक खिलाड़ी रांची खेल में भाग लेने आई थी तो संजय शर्मा के व्यवहार से उसने घाटी में कूदने की कोशिश भी की थी। जिसे साथियों ने रोक लिया था।

फरार कमलेश ठाकुर को तलाश रही पुलिस

इस मामले में पीडि़ता ने ताइक्वांडो के कमलेश ठाकुर पर भी दुष्कर्म का आरोप लगाया है। कमलेश कुमार ठाकुर फिलहाल पुलिस गिरफ्त से बाहर है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है। गौरतलब हो कि दिल्ली के कमलानगर थाने में पीडि़ता ने आरोपियों के विरुद्ध यौन शोषण की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। प्राथमिकी के आधार पर ही बोकारो सेक्टर फोर की पुलिस ने धनबाद में रह रहे संजय शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

Posted By: Inextlive