- तालाबनुमा गढ्डे में डूबे, दोस्तों के साथ गये थे बर्थडे पार्टी मनाने

- देर शाम एनडीआरएफ की टीम ने निकाला शव

ह्मड्डठ्ठष्द्धद्ब@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

RANCHI (4 हृश्र1) : ओरमांझी थाना क्षेत्र के गुंजा स्थित ब्लू पानी झील में रविवार को बर्थ डे मनाने गए दो स्टूडेंट्स की डूबने से मौत हो गई। जिनकी पहचान राहुल कुमार व प्रत्युष देव के रूप में की गई है। दोनों स्टूडेंट सुरेंद्रनाथ स्कूल के प्लस 2 कॉमर्स के स्टूडेंट थे। दोनों का शव एनडीआरएफ की टीम ने झील से निकालने के बाद पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया है। बताते चलें कि राहुल कुमार रातू रोड बीरेंद्र साह व प्रत्युष देव कोकर के आरएन देव के पुत्र थे।

बर्थ पार्टी सेलिब्रेट करने गए थे सभी

राहुल कुमार, प्रत्युष देव अपने तीन दोस्तों सौरभ सिंह, रिषभ राज व आर्यन राज के साथ बर्थडे पार्टी मनाने वहां गया था। सौरभ ने बताया कि राहुल का बर्थडे कुछ दिन पहले था। पार्टी नहीं देने के कारण हमलोग रविवार को झील गए थे। इस बीच राहुल और प्रत्यूष दोनों पानी में उतर गए। दोनों तैरना नहीं आता था तो वे डूबने लगे। तभी उनका दोस्त ऋषभ उन्हें बचाने के लिए पानी में कूद पड़ा। लेकिन उसे भी तैरना नहीं आता था। किसी तरह उसे बेल्ट के सहारे बाहर निकाला गया। जिससे कि उसकी जान बच गई। मौके से पुलिस को दोनों के कपड़े और जूते बरामद हुए है।

ट्यूशन जाने की बात कहकर निकला था

घटना की जानकारी दोनों स्टूडेंट्स के पैरेंट्स को नहीं दी गई थी। घटना स्थल पर पहुंचने के बाद उन्हें बताया गया कि झील में डूबने से उनके बच्चों की मौत हो गई है। इसके बाद तो पैरेंट्स दहाड़ मारकर रोने लगे। पूछताछ के दौरान राहुल के पिता बिरेंद्र साह ने बताया कि बेटा ट्यूशन जाने के लिए घर से निकला था। साथ ही उन्होंने राहुल के दोस्तों को ही दुर्घटना के लिए जिम्मेवार बताया। उन्होंने कहा कि आपसी झगड़े को लेकर उन्होंने स्कूल में कंप्लेन भी की थी। उसके दोस्त ही लेकर आए और नशा कराकर मार डाला। राहुल तैरना नहीं जानता था तो पानी में कैसे उतर सकता है। वहीं प्रत्युष के पिता आरएन देव ने भी बताया कि बेटे ने ट्यूशन जाने की बात कहीं थी।

खुदाई के बाद बन गई गहरी झील

ओरमांझी में कई माइंस में खुदाई का काम चलता है। जहां पर रेगुलर खुदाई की वजह से गहरे गढ्डे बन गए है। धीरे-धीरे इन गढ्डों का आकार इतना बढ़ गया कि झील के रूप में बदल गया। सौ फीट गहरे इन गढ्डों में भी काफी पानी भरा हुआ है। जिससे कि गहराई का अंदाजा लगाना मुश्किल हो जाता है। इस वजह से ही ऐसी जगहों पर खुदाई बंद कर दी गई।

Posted By: Inextlive