- कमिश्नर की अध्यक्षता में हुई पहली बोर्ड मीटिंग

- पचास लाख की पूंजी के साथ लखनऊ स्मार्ट सिटी लिमिटेड कंपनी का गठन

- हर काम के लिये फिक्स होगा टाइम

नंबर गेम

- 2053 करोड़ के प्रस्ताव पास

- 50 लाख रुपये की पूंजी के साथ लखनऊ स्मार्ट सिटी लिमिटेड कंपनी का गठन

- 100 रुपए होगी एक शेयर की कीमत

LUCKNOW: नवाबों के शहर को स्मार्ट बनाने की कवायद अब हकीकत का रूप लेने लगी है। सिटी को स्मार्ट बनाने के लिये 50 लाख रुपये की पूंजी के साथ लखनऊ स्मार्ट सिटी लिमिटेड कंपनी का गठन हो गया। मंगलवार को कमिश्नर की अध्यक्षता में कंपनी की पहली बोर्ड मीटिंग आयोजित की गई। इस मीटिंग में 2053 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दे दी गई। खास बात यह है कि प्रोजेक्ट्स की मंजूरी के साथ ही उनका टाइम फ्रेम भी निर्धारित किया गया है।

कई विभागों को मिली कंपनी में पार्टनरशिप

कमिश्नर अनूपचंद्र पांडेय की अध्यक्षता में हाईपावर कमेटी की पहली बैठक में पेश किये गए सभी प्रस्तावों को हरी झंडी दे दी गई। साथ ही कमिश्नर ने सभी विभागों की कंपनी में पार्टनरशिप भी तय कर दी। मीटिंग में मंजूर किये गए सभी प्रोजेक्ट्स के लिये टाइम फ्रेम भी निश्चित कर दिया गया। जिसकी समीक्षा समय-समय पर खुद कमिश्नर करेंगे। मीटिंग में रीजनल सेंटर फॉर अर्बन एंड एंवायरमेंट स्टडीज के एडीशनल डायरेक्टर एके गुप्ता, चीफ इंजीनियर लेसा आशुतोष कुमार, चीफ इंजीनियर जल निगम जुबेर अहमद, एसोसिएट टाउन प्लानर शेर सिंह और भारत सरकार के प्रतिनिधि के रूप में एमके त्रिपाठी को डायरेक्टर बनाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई।

हर सप्ताह होगी बैठक

स्मार्ट सिटी की कवायद को समय पर पूरा करने के लिये कमिश्नर हर सप्ताह बोर्ड मीटिंग बुलाएंगे। जिसमें सभी बोर्ड मेंबर्स शामिल होंगे। इस मीटिंग में सभी बोर्ड मेंबर्स अपने-अपने विभागों से संबंधित कामों का प्रेजेंटेशन देंगे। जिसे देखने के बाद काम शुरू करने की मंजूरी मिल सकेगी।

एक शेयर की कीमत 100 रुपये

लखनऊ स्मार्ट सिटी लिमिटेड कंपनी के एक शेयर की कीमत 100 रुपये रखी गई है। चेयरमैन की हैसियत से कमिश्नर को दो शेयर दिये गए हैं। कंपनी में नगर आयुक्त और अपर निदेशक स्थानीय निकाय निदेशालय को 24, 748 शेयर अलॉट किये गए हैं। वहीं, लेसा, जल निगम, आरसीयूईएस और केंद्र के प्रतिनिधि को एक-एक शेयर अलॉट किया गया है।

काम भी बांटा गया

लखनऊ स्मार्ट सिटी लिमिटेड कंपनी का काम सुचारू ढंग से चलाने के लिये कंपनी सेक्रेटरी और चार्टर्ड अकाउंटेंट को मानदेय पर नियुक्त किया गया है। नगर निगम के फाइनेंस कंट्रोलर को सभी फाइनेंशियल कामों की जिम्मेदारी दी गई है। कंपनी के सभी एडमिनिस्ट्रेटिव कामकाज देखने के लिये अपर नगर आयुक्त पीके श्रीवास्तव को कंपनी का एडीशनल सीईओ बनाया गया है। इसके अलावा मीटिंग में यह भी निर्णय लिया गया कि कंपनी में कार्मिकों की नियुक्ति के लिये आउटसोर्सिग से भर्ती की जाएगी।

बॉक्स

स्मार्ट सिटी का प्लान

जीवंत लखनऊ

नागरिक सुविधाओं को बेहतर किया जाएगा। पीएनजी नेटवर्क की स्थापना, मलिन बस्तियों का विकास और स्मार्ट सिटी नॉलेज सेंटर की स्थापना, अंडरग्राउंड केबलिंग, स्मार्ट मीटरिंग, एनर्जी एफिशिएंट एलईडी लाइट्स की स्थापना, रैन बसेरा की स्थापना, पार्को का सौन्दर्यीकरण, ओपेन जिम व वाईफाई लगाना, गोमती रिवरफ्रंट डेवलपमेंट, फुटपाथ का विकास, इमरजेंसी प्वाइंट्स की स्थापना, अर्बन मोबिलिटी के तहत ग्लोब पार्क व कैसरबाग सब्जी-मछली मंडी में मल्टीलेवल कार पार्किंग का निर्माण किया जाएगा।

सुगम लखनऊ

ट्रैफिक की समस्या बेहद गंभीर है। सिटी के ट्रैफिक सिस्टम से ही सिटी की छवि बनती है। इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम, स्मार्ट सिटी सर्विलांस सिस्टम और अर्बन मोबिलिटी नोड्स का डेवलपमेंट, पहले से मौजूद पार्किंग में स्मार्ट सॉल्यूशन की स्थापना, सिटी बस सर्विस में इंटेलिजेंट सिटी ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल, स्मार्ट बस शेल्टर की स्थापना, इंटीग्रेटेड मोबिलिटी स्मार्ट कार्ड जिससे टैक्सी, बस व मेट्रो में बिना कैश दिये सफर किया जा सकेगा। एरिया बेस्ड डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के लिये कैसरबाग के 813 एकड़ एरिया को चिन्हित किया गया है।

स्वच्छ लखनऊ

बेहतर सफाई व्यवस्था स्मार्ट सिटी की पहली शर्त है। सफाई की व्यवस्था में सुधार, पुराने सीवर नेटवर्क को बेहतर करना, नाले से सीवर लाइंस को अलग करना, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत कूड़े का डोर-टू-डोर कलेक्शन और पब्लिक कम्युनिटी ट्वॉयलेट्स की स्थापना की जाएगी। सेंसर बेस्ड स्मार्ट रोड बिन्स, कम्युनिटी बिन्स, रोड एक्विपमेंट, पब्लिक एंड कम्युनिटी ट्वॉयलेट्स का अपग्रेडेशन शामिल है।

समृद्ध लखनऊ

नवाबों के शहर के नाम से मशहूर लखनऊ की अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है। यहां की ऐतिहासिक इमारतें अपनी खूबसूरती के लिये जानी जाती हैं। इन विरासतों की ब्रांडिंग की जाएगी। इसके तहत सिब्तैनाबाद इमामबाड़ा में टूरिस्ट इंफॉर्मेशन सेंटर, लाल बारादरी का सौंदर्यीकरण, ऐतिहासिक छतर मंजिल में इंटरनेशनल कल्चरल एंड हेरिटेज सेंटर, रोशनुद्दौला कोठी में ऑर्कियोलॉजिकल रसिर्च एंड हेरिटेज सेंटर, दर्शन विलास कोठी में पब्लिक लाइब्रेरी, गुलिस्तां-ए-इरम कोठी में हेरिटेज कंजर्वेशन इंस्टीट्यूट, रिफा-ए-आम क्लब का जीर्णोद्धार, इसके अलावा ठंडी सड़क पर भी काम किया जाएगा।

कितना बजट कहां से?

स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट्स के लिये 2053.03 करोड़ रुपये का बजट पास किया गया है। जिसमें 500 करोड़ रुपये भारत सरकार, 500 करोड़ रुपये राज्य सरकार और शेष धनराशि पीपीपी मोड एंव कन्वर्जेस के माध्यम से अर्जित की जाएगी।

Posted By: Inextlive