RANCHI: रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी ने कहा कि राज्य के 3.25 करोड़ जनता का सपना साकार होगा। रांची में रेलवे जोन का कार्यालय खुलेगा। उन्होंने आश्वस्त करते हुए कहा कि वे इसके लिए रेल मंत्री पीयूष गोयल से बातचीत करेंगे। कहा, रांची से नई दिल्ली के बीच राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन सप्ताह में सात दिन शुरू करने के लिए भी प्रयास किया जाएगा। वे गुरुवार को हटिया-सांकी पैसेंजर व रांची-टाटा एक्सप्रेस ट्रेन के शुभारंभ के अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन रांची रेलवे स्टेशन पर किया गया था। रेल राज्य मंत्री एवं मुख्यमंत्री रघुवर दास ने हरी झंडी दिखाकर इन दोनों ट्रेनों को किया रवाना।

रिमोट से किया उद्घाटन

हटिया-सांकी पैसेंजर व रांची-टाटा एक्सप्रेस ट्रेन को रवाना करने से पहले रेल राज्य मंत्री एवं मुख्यमंत्री ने रिमोट से दोनों ट्रेनों का उद्घाटन किया। हटिया-सांकी पैसेंजर ट्रेन हटिया से खुली, जबकि रांची-टाटा एक्सप्रेस ट्रेन रांची से। इस अवसर पर सांसद संजय सेठ, पुरुलिया के सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो, हटिया विधायक नवीन जायसवाल, कांके विधायक डॉ। जीतू चरण राम, मेयर आशा लकड़ा, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय, दक्षिण पूर्व रेलवे के अपर महाप्रबंधक अनुपम शर्मा व डीआरएम नीरज अंबष्ठ ने उपस्थित थे।

10 साल में 50 लाख करोड़ होगा निवेश

रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी ने कहा कि पिछली सरकार ने रेलवे को लेकर सिर्फ राजनीति की। अब आने वाले 10 वर्षो में रेलवे में 50 लाख करोड़ का निवेश होगा। रेलवे का काम है देश को जोड़ना। प्रधानमंत्री ने पूरे विश्व को योग से जोड़ दिया है। उन्हीं के आशीर्वाद से हम रेलवे के माध्यम से प्रदेशों को जोड़ रहे हैं। रेलवे में 13 लाख कर्मचारी हैं। लेकिन अधिकारियों का अधिकार सीमित है। अधिकारियों को कानून के हिसाब से लोगों को सर्विस देना है। प्रतिदिन रेल से 50 लाख लोग सफर कर रहे हैं।

आरक्षित सीटों पर कब्जा बर्दाश्त नहीं

रेल राज्यमंत्री ने कहा, कुछ लोग गुंडागर्दी कर आरक्षित सीटों पर कब्जा कर लेते हैं। जिसके कारण रेलवे और आरपीएफ का नाम बदनाम होता है। आरपीएफ ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि रेलवे के लिए तीन चीजें काफी महत्वपूर्ण हैं। ट्रेन में अनुशासन हो। ट्रेन में गंदगी न फैलाएं और ट्रेन ऑनटाइम होनी चाहिए। वर्तमान व्यवस्था में रेल पटरी व प्लेटफॉर्म स्वच्छ व साफ-सुथरा है। हर स्टेशन देखने लायक है। 15 अगस्त को प्रधानमंत्री ने स्वयं यह घोषणा की है कि रेलवे प्लेटफॉर्म पर प्लास्टिक का उपयोग नहीं किया जाएगा। प्लास्टिक पर पाबंदी लगने से किसान व टेक्सटाइल उद्योगों को फायदा होगा।

पांच वर्षो में कई मांगें पूरी हुई

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि पांच वर्षो में रेलवे से संबंधित कई लंबित मांगे पूरी हुई हैं। कई नई ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ और कई रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) बने। हालांकि कुछ नए आरओबी की अभी भी जरूरत है। इस कार्य में जमीन अधिग्रहण या वन भूमि के अधिग्रहण में समय लगता है। झारखंड जंगलों से भरा प्रदेश है। जंगल में आरओबी बनाने के लिए फॉरेस्ट क्लीयरेंस की जरूरत पड़ती है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि रेलवे अधिकारियों के साथ प्रत्येक तीन माह में बैठक की जाती है। बैठक में वन विभाग के अधिकारी में उपस्थित रहते हैं, ताकि रेल परियोजनाओं को पूरा करने के लिए जमीन अधिग्रहण से संबंधित समस्याओं का समाधान किया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश में डबल इंजन की सरकार चल रही है। 36 करोड़ लोग जन-धन योजना से जुड़ चुके हैं। रेल कनेक्टिविटी भी पूरे देश में हुई है। हवाई चप्पल पहनने वाले लोग भी विमान से उड़ान भरें, इसके लिए कनेक्टिविटी चल रही है। हर घर, हर गांव तक बिजली पहुंच चुकी है। यातायात को सुगम बनाने के लिए हर साधन को जोड़ने की क्रांति चल रही है। कहा, जनसंख्या बढ़ने से समस्याएं भी बढ़ती हैं। पांच वर्षो में संथाल परगना में भी रेल परियोजनाएं शुरू हुई हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार स्वच्छता जन आंदोलन बना। स्मार्ट सिटी में रांची को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है। स्मार्ट सिटी के रैंक में रेलवे स्टेशन का बी अहम योगदान है। मैं उम्मीद करूंगा कि झारखंड हर क्षेत्र में टॉप हो, नंबर-1 हो।

Posted By: Inextlive