कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने सीमा पर पाकिस्तानी सेना के हमले को लेकर दिए गए बयान पर रक्षा मंत्री एके एंटनी का बचाव किया है. साथ ही भाजपा पर इस मुद्दे के राजनीतिकरण का आरोप लगाया है.


पाक सेना का कृत्य निंदनीययहां पूर्व विदेश मंत्री एसएम कृष्णा से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत में दिग्विजय सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मसले का भाजपा राजनीतिकरण करने में लगी है. एंटनी काफी वरिष्ठ व अनुभवी राजनेता हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना का कृत्य निंदनीय है और इस पर भारत सरकार को सख्त तरीका अपनाना चाहिए. हालांकि उन्होंने जोड़ा कि इस संबंध में कोई भी फैसला उच्चस्तरीय चर्चा के बाद ही लेना चाहिए. वहीं एसएम कृष्णा ने कहा कि सैनिकों की हत्या पर कांग्रेस पर नरम रुख अपनाने का आरोप लगाना मूर्खतापूर्ण है. लोकायुक्त पर मोदी सरकार को आड़े हाथ


दिग्विजय सिंह ने गुजरात में लोकायुक्त के मुद्दे पर मोदी सरकार को आड़े हाथ लिया. ट्विटर पर उन्होंने लिखा कि जस्टिस मेहता ने गुजरात सरकार पर उनकी विश्वसनीयता को क्षति पहुंचाने का आरोप लगाते हुए लोकायुक्त पद ठुकरा दिया है. मोदी गुजरात में लोकायुक्त से क्यों डर रहे हैं. जब से मोदी सत्ता में आए हैं तब से गुजरात लोकायुक्त विहीन है. एक अन्य कार्यक्रम में लोकपाल के मुद्दे पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि अगर विपक्ष संसद चलने दे तो लोकपाल विधेयक का रास्ता साफ हो सकता है. दो दिन में एंटनी का यू-टर्न

-5 और 6 अगस्त की मध्य रात्रि भारत की सीमा में घात लगाकर किए गए पाकिस्तानी हमले में भारती गश्ती दल के पांच जवान मारे गए. पुंछ सेक्टर की सरला चौकी पर हुए इस हमले की जानकारी सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह ने 6 अगस्त की सुबह रक्षा मंत्री एके एंटनी को दी. -6 अगस्त को संसद में रक्षा मंत्री एके एंटनी के बयान की मांग उठी और हंगामे में कार्यवाही नहीं चल पाई. इस बीच एंटनी का बयान तैयार करने के लिए सेना व मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम जुटी. बयान पर विदेश मंत्रालय व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार से भी मशविरा लिया गया. -भोजनावकाश के बाद एंटनी ने 3:00 बजे पहले लोकसभा और फिर राज्यसभा में घटना पर जो बयान दिया, उसमें रात के अंधेरे में घात लगाकर किए गए हमले के लिए पाकिस्तानी सेना की बजाय आतंकवादियों और पाक सेना की वर्दी पहने लोगों को जिम्मेदार ठहराया गया. -राज्यसभा में एंटनी के इस बयान पर विपक्ष के साथ समर्थक दलों की ओर से भी सवाल उठे. हालांकि एंटनी इस बयान पर कायम रहे और उसे ताजा सूचनाओं पर आधारित बताया.

-हालांकि इस बीच रक्षा मंत्रालय के जम्मू कार्यालय से शाम 3:56 बजे जारी विज्ञप्ति में हमले को पाकिस्तानी सेना की बॉर्डर एक्शन टीम और आतंकियों की करतूत बताया. -संसद में एंटनी के बयान के मद्देनजर जम्मू कार्यालय को देर शाम अपना वक्तव्य वापस लेना पड़ा. -पाक सेना को एंटनी की क्लीन चिट से उठे बवाल के बीच 7 अगस्त को भी सदन की कार्यवाही बाधित रही. विपक्ष के सवालों पर दी सफाई में एंटनी ने कहा कि वह जम्मू-कश्मीर के दौरे पर गए सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह के लौटने का इंतजार कर रहे हैं. नए तथ्य सामने आने पर एंटनी ने सदन के आगे पेश करने का वादा भी किया. -देश में रक्षा मंत्री के बयान के खिलाफ मूड देख कांग्रेस और सरकार भी बचाव की मुद्रा में आ गई. प्रधानमंत्री ने एंटनी के साथ दो दौर की मुलाकात की. बुधवार शाम विपक्षी नेताओं के साथ हुई बैठक में सरकार ने बयान बदलने के संकेत दिए. -आठ अगस्त की सुबह रक्षा मंत्री ने सेनाध्यक्ष जनरल बिक्रम सिंह से मुलाकात की. इसके बाद एंटनी ने नए बयान में सीधे तौर पर पाक सेना के विशेष दस्तों को जिम्मेदार ठहराया.

Posted By: Satyendra Kumar Singh