- एसटीएफ ने उधम सिंह गैंग के दो शूटर्स को कचहरी परिसर से किया गिरफ्तार

- योगेश भदौड़ा और पत्‍‌नी सुमन की हत्या करने आए थे शूटर्स

Meerut: कुख्यात योगेश भदौड़ा और उसकी पत्‍‌नी सुमन भदौड़ा की कचहरी में हत्या की साजिश थी। एसटीएफ ने मुखिबिरी के बाद ऐन मौके पर दो शूटर्स को गिरफ्तार कर लिया, जबकि 3 भीड़ का फायदा उठाकर फरार हो गए। शूटर्स कुख्यात उधम सिंह करनावल गैंग के थे।

ये पकड़े गए

1-अमित उर्फ अर्जुन पुत्र लोकेंद्र सिंह, ग्राम किवाना, थाना कांधला, जिला शामली।

2-सोहनवीर उर्फ सोनू उर्फ भंडारी पुत्र जगवीर सिंह करनावल

बरामदगी

-2 पिस्टल

- 21 जिंदा कारतूस 32 बोर

- एक बाइक

- 700 रुपये

- 4 मोबाइल फोन

योगेश और सुमन थे कचहरी में

एसटीएफ मेरठ के सीओ अनित कुमार ने बताया कि पकड़े गए शार्प शूटर्स बुधवार को पेशी पर आए योगेश भदौड़ा और उसकी पत्‍‌नी सुमन भदौड़ा की हत्या के इरादे से आए थे। सर्विलांस से मिली सूचना के आधार पर एसटीएफ बुधवार सुबह से ही कचहरी परिसर में जम गई थी।

लखनऊ जेल में है उधम

करनावल लखनऊ जेल में बंद है जबकि उसकी पत्‍‌नी गीतांजलि भी जेल में निरुद्ध है। भदौड़ा की पत्‍‌नी सुमन ने 27 सितंबर को नितिन गंजा हत्याकांड में सरेंडर किया था। ऑपरेशन इंस्पेक्टर धर्मेद्र यादव के नेतृत्व में चलाया गया। एसटीएफ ने दोनों शूटर्स को पश्चिमी कचहरी रोड स्थित मंदिर के समीप पकड़ा।

जली कोठी से मिले थे हथियार

शूटर्स ने पुलिस को बताया कि उधम सिंह करनावल ने उन्हें योगेश भदौड़ा और उसकी पत्‍‌नी सुमन की पुलिस अभिरक्षा में हत्या करने की जिम्मेदारी दी थी। जेल से ही उधम ने ही जली कोठी निवासी नियामत, उसके भाई ईनाम और बाबर से हथियार और बाइक मुहैया कराई थी। हत्याकांड को अंजाम देने के बाद कचहरी में ही किसी व्यक्ति द्वारा उन्हें 1 लाख रुपये दिए जाने थे। घटना के बाद शामली में कुख्यात द्वारा शूटर्स के रहने का बंदोबस्त भी कर दिया दिया गया था। फिलहाल शूटर्स हत्या की साजिश बनाने और रेकी के लिए पिछले कई दिनों से बाईपास स्थित एक हॉस्टल में रह रहे थे। हॉस्टल की मालकिन महिला के फोन से ही शूटर्स उधम सिंह ने बात करते थे।

सर्विलांस से मिली सूचना के आधार पर टीम ने दो संदिग्ध को कचहरी परिसर से दबोचा, जबकि 3 भीड़ का फायदा उठाकर फरार हो गए। दोनों उधम सिंह करनावल गैंग के शार्प शूटर्स हैं।

अनित कुमार, सीओ एसटीएफ , मेरठ यूनिट

Posted By: Inextlive