-परीक्षा में पेन ले जाने की नहीं थी परमीशन

- यूजीसी की ओर से दिया गया नया पेन

- आंसर शीट पर पहली बार लिखवाया गया मदर का नाम

- 26 हजार कैंडिडेट्स में 80 परसेंट हुए शामिल

ALLAHABAD:

सीबीएसई की ओर से ऑर्गनाइज यूजीसी नेट एग्जाम में रविवार को दो बड़े बदलाव दिखे। कैंडिडेट्स परीक्षा केंद्र में मोबाइल, पर्स के साथ पेन भी अंदर नहीं ले जा सके। यूजीसी की ओर से कैंडिडेट्स को नया पेन दिया गया। इसके अलावा आंसरशीट पर पहली बार फादर के साथ मदर का नाम लिखवाया गया। परीक्षा में 80 फीसदी परीक्षार्थियों ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई।

तीन पालियों में हुई परीक्षा

रविवार को यूजीसी नेट की तीन पालियों में आयोजित परीक्षा के लिए सेंटर पर पहुंचे कैंडिडेट्स की तलाशी ली गई। उन्हें एडमिट कार्ड के अलावा कुछ भी अंदर न ले जाने को कहा गया। परीक्षार्थियों के सवाल पर यूजीसी की ओर से नया पेन देने की बात कही गई। एग्जाम रूम में पहुंचे सभी कैंडिडेट्स को उनकी सीट पर नया पेन दिया गया।

आंसर शीट पर लिखवाया मदर का नाम

अभी तक फादर-मदर दोनों का नाम केवल आवेदन फार्म में ही लिखवाए जाते थे, लेकिन यूजीसी ने पहली बार आंसर शीट पर सभी कैंडिडेट्स के लिए फादर के साथ ही मदर का नाम भी लिखना अनिवार्य किया। ऐसा इसलिए किया गया, ताकि मुन्ना भाई एग्जाम में शामिल न हो सके।

20 हजार से अधिक रही उपस्थिति

सीबीएसई की ओर से ऑर्गनाइज यूजीसी नेट एग्जाम के लिए इलाहाबाद में कुल 26 हजार कैंडिडेट्स को बुलाया गया था, जिसके लिए 36 केंद्र बनाए गए थे। तीन पालियों में आयोजित परीक्षा में 26 हजार कैंडिडेट्स में 20 हजार से अधिक यानी करीब 80 परसेंट कैंडिडेट्स शामिल हुए।

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टफ क्वेश्चन ने किया परेशान

ALLAHABAD: विगत शताब्दी के दौरान समुद्र के स्तर में कितनी वृद्धि हुई? आर्थिक इतिहासकार की रिएक्टर सारणी पर मापा गया अब तक का सबसे व्यापक भूचाल बताइए? कुछ इसी तरह के क्वेश्चन संडे को आर्गनाइज यूजीसी नेट एग्जाम में कैंडिडेट्स से पूछे गए। कठिन क्वेश्चनों ने भूचाल मचाया। कैंडिडेट्स का कहना था कि फ‌र्स्ट पेपर तो ईजी था। जिसमें जनरल नॉलेज, रिजनिंग, संविधान से जुड़े क्वेश्चन के साथ ही सब कुछ शामिल था। लेकिन सेकेंड और थर्ड पॉली में सब्जेक्ट वाइज पेपर काफी टफ थे।

फस्ट पेपर में हिंदी से जुड़े कई सवाल पूछे गए थे। हिस्ट्री में भी इस बार मा‌र्क्सवादी लेखन से संबंधित ज्यादा सवाल पूछे गए थे।

राघवेंद्र मौर्य

थर्ड पाली के पेपर में मेडुअल हिस्ट्री से जुड़े कई क्वेश्चन थे। जिनमें दक्षिण भारत से जुड़े सवालों की संख्या अधिक थी।

पंकज यादव

एग्जाम देने सेंटर पर पहुंचे तो पता चला कि अपने पेन से एग्जाम नहीं देना है। यूजीसी की ओर से पेन दिया जाएगा, उसी से एग्जाम देना होगा। हमारा पेन बाहर ही रखवा लिया गया

सुधीर विक्रम सिंह

नेट एग्जाम का पेपर थोड़ा चौकाने वाला था। फ‌र्स्ट पेपर तो सामान्य रहा। जनरल नॉलेज से जुड़े क्वेश्चन शामिल थे। लेकिन ज्योग्राफी के पेपर में कई टफ क्वेश्चन थे, जो सशंकित करने वाले थे।

संदीप दीक्षित

सेकेंड और थर्ड पाली में हिस्ट्री के पेपर में इस बार वैदिक और ऋग्वैदिक काल के ऐसे-ऐसे क्वेश्चन पूछे गए थे, जिन्हें कभी पढ़ा नहीं गया था।

बृजेश सिंह

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जंक्शन पर रहे सुरक्षा के कड़े इंतजाम

ALLAHABAD: पिछले रविवार को एग्जाम डे पर इलाहाबाद जंक्शन हुए बवाल को देखते हुए इस रविवार को इलाहाबाद जंक्शन पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। आरपीएफ, जीआरपी के जवानों के साथ ही पीएसी के जवान भी तैनात किए गए थे। जिन्हें किसी भी स्थिति से निबटने और हंगामा कर रहे छात्रों से निबटने की हिदायत दी गई थी। लेकिन भारी-भरकम तैयारियों के बीच भीड़ नदारद रही। यूजीसी नेट और लोकसेवा आयोग की ओर से आयोजित सहायक अभियोजन अधिकारी 2015 की मुख्य परीक्षा व आरआरबी की ओर से आयोजित विकलांग श्रेणी के अभ्यर्थियों की परीक्षा के लिए रविवार को टोटल करीब 32 हजार कैंडिडेट्स को कॉल किया गया था। स्टेशन पर भीड़ नहीं पहुंची।

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एपीओ एग्जाम में 94.98 परसेंट कैंडिडेट्स हुए शामिल

-इलाहाबाद-लखनऊ के 15 सेंटर पर हुआ एग्जाम

ALLAHABAD: कड़ाके की ठंड के बाद भी लोक सेवा आयोग की ओर से ऑर्गनाइज सहायक अभियोजन अधिकारी 2015 की मुख्य परीक्षा में रविवार को कैंडिडेट्स की भीड़ उमड़ी। इलाहाबाद और लखनऊ के 15 सेंटर्स पर आयोजित एग्जाम में शामिल कैंडिडेट्स की उपस्थिति 94.98 प्रतिशत रही।

7795 कैंडिडेट्स को बुलाया गया था

लोक सेवा आयोग की ओर से आर्गनाइज दो दिवसीय सहायक अभियोजन अधिकारी 2015 की मुख्य परीक्षा के पहले दिन यानी रविवार के लिए इलाहाबाद-लखनऊ में कुल मिलाकर सात हजार 795 कैंडिडेट्स बुलाए गए थे। जिसके लिए इलाहाबाद में नौ और लखनऊ में कुल छह सेंटर बनाए गए थे। एग्जाम के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। प्रत्येक केंद्र पर अधिकारी तैनात रहे। सुबह 9.30 से 12.30 और दोपहर दो से पांच बजे तक आयोजित दो पाली की परीक्षा में कुल सात हजार 194 कैंडिडेट्स शामिल हुए। जबकि सात हजार 795 कैंडिडेट्स बुलाए गए थे। केवल 601 कैंडिडेट्स ही एग्जाम में शामिल नहीं हो सके।

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आरआरबी एग्जाम में 50 परसेंट ही हुए शामिल

- 12 सेंटर पर हुआ आनलाइन एग्जाम

ALLAHABAD: संडे को आरआरबी की ओर से पिछले माह स्थगित की गई टिकट परीक्षक, ट्रेन क्लर्क, जूनियर क्लर्क, कॉमर्शियल क्लर्क आदि पदों के लिए विकलांग अभ्यर्थियों की परीक्षा आर्गनाइज की गई। जिसमें 50 परसेंट ही कैंडिडेट्स शामिल हुए। जिन्होंने आनलाइन एग्जाम दिया। विकलांग अभ्यर्थियों के लिए आयोजित एग्जाम के लिए इलाहाबाद में कुल 12 सेंटर बनाए गए थे। जिनमें दो पालियों में आयोजित परीक्षा में शामिल होने के लिए 2038 कैंडिडेट्स बुलाए गए थे। पहली पाली में 483 कैंडिडेट्स की अपेक्षा 245 और सेकेंड पाली में 1555 कैंडिडेट्स की अपेक्षा टोटल 858 कैंडिडेट्स शामिल हुए।

Posted By: Inextlive