ये दो चीजें जानने के बाद आप भी नहीं कराना चाहेंगी body art
हो सकती है Ink Poisoning
टैटू बनवाते वक्त हम अपने टैटू में बहुत सारी कलर्स की डिमांड करते हैं, पर ये अट्रैक्टिव कलर्स बॉडी में स्किन डिजीज का बड़ा रीजन बनते हैं। स्किन स्पेेशलिस्ट अतुल तनेजा बताते हैं कि टैटू बनवाने से पहले यूज होने वाले इंक की टेस्टिंग बहुत जरूरी होती है। स्किन सेंसेटिव होने पर इंक के जरिये इंक प्वॉयजनिंग का खतरा हो सकता है। जिस वजह से कई तरह के रिएक्शन भी स्किन पर हो सकते हैं।
infection or allergic reaction,
swelling
pain
Skin rash
हो सकती हैं HIV और Hepatitis जैसी भी बीमारियां
स्किन स्पेशलिस्ट आर कुमार बताते हैं कि टैटू बनाने में जो नीडिल्स यूज होते हैं उनका स्टरलाइजेशन ठीक से ना होने के वजह से कई तरह के कॉम्पलीकेशंस आ सकते हैं। क्लीन नीडिल ना होने पर इंजेक्ट नीडल को यूज करने से बैक्टिरिया ट्रांसफर हो सकता है। अगर किसी पेशेंट को एड्स या हैपेटाईटीस जैसी बीमारियां हैं तो एक-दूसरे पर सेम नीडिल यूज करने से ये बीमारियां ट्रांस्फर हो सकती हैं।
Certificate का होना है जरूरी
टैटू के इस एडिक्शन की वजह से लोग ईजली 4000 से लेकर 40000 तक खर्च कर रहे हैं और इसी वजह से सिटी में धड़ल्ले से लोग टैटू आर्ट का काम कर रहे हैं। टैटू आर्टिस्ट अर्जुन ने बताया कि टैटू बॉडी को अट्रैक्टिव लुक जरूर देता है। पर टैटू बनाने के लिये सर्टिफिकेशन का होना बहुत जरूरी है। अगर आप बिना एक्सपीरियंस वाले लोगों से बनावाएंगे तो उससे बीमारी होने के चांसेज बढ़ जाते हैं।
-अर्जुन, टैटू आर्टिस्ट
टैटू में यूज होने वाले इंक की टेस्टिंग बहुत जरूरी है। स्किन सेंसेटिव होने पर इंक के जरिये इंक प्वॅायजनिंग का खतरा हो सकता है।
-डॉ अतुल तनेजा, स्किन स्पेशलिस्ट
टैटू में ठीक से स्टरलाइजेशन ना होने के वजह से या एक से ज्यादा बार नीडिल यूज करने से कई डिजीज ट्रांसफर हो सकते हैं।
-डॉ आर कुमार, स्किन स्पेशलिस्ट