पत्रकार हत्या मामले में सऊदी अधिकारियों पर निकला गुस्सा, अमेरिका के बाद ब्रिटेन भी करेगा वीजा रद
लंदन (एएफपी)। ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरेसा मे ने बुधवार को कहा कि वे पत्रकार जमाल खाशोग्गी की हत्या में शामिल सऊदी अरब के संदिग्धों का वीजा करेंगी। संसद के एक सत्र में उन्होंने कहा, 'गृह सचिव लंदन में प्रवेश करने से रोकने के लिए सभी संदिग्धों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। अगर इन व्यक्तियों के पास अभी यहां का वीजा है, तो वो आज रद कर दिए जाएंगे।' बता दें कि ब्रिटेन ने भी अमेरिका की तरह यह कदम उठाया है। अमेरिका ने मंगलवार को कार्रवाई के रूप में पत्रकार की हत्या में शामिल सऊदी के बड़े अधिकारियों का वीजा रद कर दिया था।
हथियार की बिक्री पर लग सकती है रोक
बता दें कि 2 अक्टूबर को इस्तांबुल में सऊदी वाणिज्य दूतावास में खाशोग्गी की मौत ने सऊदी अरब को हथियारों की बिक्री रोकने के लिए मे की सरकार पर अधिक दबाव डाला है। यह पूछे जाने पर कि क्या वह भी जर्मन चांसलर एंजेला मार्केल की तरह रियाद को इस मामले के बाद अपना हथियार बेचने से इंकार करेंगी, तो इसका जवाब देते हुए मे ने कहा कि ब्रिटेन के रक्षा निर्यात नियंत्रण दुनिया में सबसे सख्त हैं।मे ने कहा कि पत्रकार की हत्या मामले में वह तेजी से और पारदर्शी जांच पूरी करने के लिए सऊदी नेताओं पर राजनयिक दबाव डालना जारी रखेंगी और बुधवार के बाद वे इसको लेकर सऊदी किंग सलमान से भी बात करेंगी।
वैश्विक आक्रोश के बाद निकला सच
गौरतलब है कि 59 वर्षीय अनुभवी पत्रकार, जमाल खाशोग्गी 2 अक्टूबर को इस्तांबुल में सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास में प्रवेश करने के बाद गायब हो गए थे। वे वहां अपने तलाक के दस्तावेजो को लेने के लिए गए थे।सऊदी सरकार ने शुरू में कहा था कि वह पीछे के दरवाजे से वाणिज्य दूतावास से निकले थे लेकिन वैश्विक आक्रोश के बाद शनिवार को, सऊदी अरब ने पहली बार स्वीकार किया कि उनके एजेंटों ने खशोग्गी को मार दिया। उन्होंने कहा कि सऊदी एजेंट पत्रकार को अपने देश वापस लौटने का अनुरोध कर रहे थे लेकिन इसी बीच दोनों के बीच इस बात को लेकर विवाद हो गया और झगड़े के दौरान जमाल की मौत हो गई।