यूक्रेन में जारी राजनीतिक उठापटक के बीच आखिरकार पीएम अरसेनी यत्‍सेनयुक को अपना इस्‍तीफा देना पड़ा. गौरतलब है कि पीएम ने यह डिसीजन एलायंस गवर्नमेंट के गिर जाने के बाद लिया है.


पूर्वी क्षेत्र में बढ़ी अराजक स्थितिखबरों के मुताबिक, यूक्रेन में एलायंस गवर्नमेंट के गिर जाने के बाद यूक्रेनी पीएम ने इस्तीफा दे दिया है. पीएम द्वारा दिये गये इस इस्तीफे से विद्रोहियों के राजनैतिक नियंत्रण वाले पूर्वी क्षेत्र में चल रही अराजक स्थिति और बढ़ गयी है. वहां इंटरनेशनल विशेषज्ञ पिछले सप्ताह मलेशियाई एयरलाइंस के विमान एमएच-17 को गिराये जाने के मामले की जांच कर रहे हैं. इस हादसे में 298 लोग मारे गये थे. पीएम अरसेनी यत्सेनयुक ने कहा कि सत्तारूढु समूह से कई पार्टियों के बाहर चले जाने एवं संसदीय एलायंस के टूट जाने और सरकार के प्रयास में रुकावट के बाद उन्होंने इस्तीफे का डिसीजन लिया है. सत्तारूढ़ एलायंस के बिखरने से प्रेसीडेंट पेत्रो पोरोशेंको द्वारा 30 दिन के भीतर जल्द चुनाव कराये जाने का मार्ग प्रशस्त हो गया है.   रूस समर्थित गिरोह जिम्मेदार
गौरतलब है कि अमेरिकी खूफिया एजेंसी ने यूक्रेन विमान हादसे की जांच के बाद यह पाया है कि इस हादसे में रूस का हाथ नही है. इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि यूक्रेन में रूस समर्थित विद्रोहियों का समूह इस घटना के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार है. अपनी प्रेस कॉफ्रेंस में जांच अधिकारियों ने कहा कि इंटरसेप्ट, सैटेलाइट पिक्चर्स और रेबल्स द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट कंटेंट को स्टडी करके यह पता चला है रेबल्स ने ही इस विमान को गिराया है. इससे पहले भी रूस समर्थित विद्रोही लगभग 19 यूक्रेनियन सैन्य विमानों को गिरा चुके हैं. एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार पूर्वी यूक्रेन सीमा पर विमान के घुसने से विद्रोहियों में गलतफहमी पैदा हो गई जिससे इस विमान को गिरा दिया गया.

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari