-आरसीएच, एनआरएचएम, टीबी एवं लैप्रोसी के लाखों के भुगतान बैकडेट में

-पूर्व सीएमओ 4 मार्च के बाद भी करवा रहे आहरण वितरण, लाखों का हो गया खेल

Meerut : मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय अव्यवस्था एवं भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है। रोजाना दर्जनों शिकायत मिलने के बाद अपर निदेशक, स्वास्थ्य डॉ। सत्येन्द्र त्यागी ने मंगलवार को आकस्मिक छापा मारा और दर्जनों अनियमितताएं उजागर हुई। दर्जनभर कर्मचारी आफिसों में नहीं मिले, जबकि तमाम फाइलें संदिग्ध अवस्था में रखी हुई मिलीं। एडी हेल्थ ने अनुपस्थित कर्मचारियों के एक दिन के वेतन कटौती का फरमान सुनाया। फाइलों का फोटो खींचकर अपने साथ ले गए। एनआरएचएम एवं टीबी के मद में बैकडेट में लाखों रुपये के चेक काटे गए।

अचानक मारा छापा

मंगलवार सुबह करीब साढ़े दस बजे अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ। सत्येन्द्र त्यागी दूसरे वाहन से सीएमओ कार्यालय पहुंचे। उन्होंने सभी आफिसों में उपलब्ध रजिस्टरों को चेक करते हुए डॉक्टरों एवं कर्मचारियों का मिलान किया। आनन-फानन में कर्मचारी भागते हुए आफिस पहुंचे। कई फाइलों को छुपाने का प्रयास भी किया गया।

घर से कार्यालय

सूचना से दर्जनों अनुपस्थित मिले कर्मचारियों को गैरहाजिर घोषित करते हुए एक-एक दिन का वेतन काटने की संस्तुति की। उन्हें शिकायत मिली थी कि चार मार्च को मुरादाबाद में ज्वाइन करने के बाद भी पूर्व सीएमओ डॉ। अमीर सिंह अपने आवास पर रुककर कार्यालय चला रहे हैं। इस दौरान पुराने भुगतानों का चेक काटा जा रहा है। आरसीएच, टीबी, लैप्रोसी समेत कई मदों में बैकडेट में काटे गए चेकों पर एडी हेल्थ ने आपत्ति जताई।

घर से बन रहे चेक

उन्होंने आहरण वितरण अधिकारी एवं आरसीएच प्रभारी डॉ। संजय जोधा को कठघरे में खड़ा किया। कहा कि वह किस अधिकार से आहरण वितरण के कार्य में जुटे हुए हैं, जबकि नए सीएमओ डॉ। जैन ने उन्हें कोई अधिकार नहीं दिया है। पूर्व सीएमओ डॉ। अमीर सिंह अपने आवास में कई दिनों से डटे हुए हैं और वहीं से लाखों का चेक काट दिया गया।

Posted By: Inextlive