- स्टेशन आने व ट्रेन में चढ़ने का प्राइवेट वेंडर्स के पास नहीं है अधिकार

- एनईआर में खुलेआम ट्रेंस में खाना पहुंचा रहे अनाधिकृत वेंडर्स

GORAKHPUR: एनई रेलवे में चल रहे ई-कैटरिंग के नाम पर खेल में एक और बड़ा मामला सामने आया है। आईआरसीटीसी की ओर से अधिकृत प्राइवेट रेस्टोरेंट पैसेंजर्स की डिमांड पर लंच या डिनर तो बुक कर लेते हैं। लेकिन उनके वेंडर ट्रेन में खाना पहुंचाने के लिए वैध नहीं है। बावजूद इसके अवैध वेंडिंग का यह खेल गोरखपुर सहित पूरे एनईआर में धड़ल्ले से चल रहा है। हालांकि आरपीएफ बीते तीन दिनों में अवैध वेंडिंग पर ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए हमसफर एक्सप्रेस जैसी ट्रेन में लंच पहुंचाने वाले पांच प्राइवेट वेंडर्स को हिरासत में लेकर जेल भेज चुकी है।

आईडी देखकर ही लें खाना

अवैध रूप से ट्रेंस में खाना पहुंचाने वाले होटलों-रेस्टारेंट पर अंकुश लगाने के लिए आईआरसीटीसी ने एक साल पहले ई-कैटरिंग सेवा शुरू की थी। इसमें पैसेंजर्स टोल फ्री नंबर पर ऑनलाइन लंच या डिनर बुक कर सकते हैं। बुकिंग होने पर निर्धारित स्टेशन पहुंचने के बाद प्राइवेट वेंडर ट्रेंस में खाना पहुंचा देता था। लेकिन इन वेंडर्स के पास ट्रेंस में खाने की सप्लाई देने के लिए कोई अधिकार पत्र नहीं होता है। ये पैसेंजर्स के लिए बड़ा खतरा हो सकता है क्योंकि अवैध वेंडर्स पैसेंजर्स को किसी भी तरह का खाना दे सकते हैं। इससे जहरखुरानी की भी आशंका है। वहीं, रेलवे को भी हर महीने इस अवैध वेंडिंग से भारी चपत लग रही है। ऐसे में पैसेंजर्स को सावधान रहने की जरुरत है। अगर वे सफर के दौरान ई-कैटरिंग के जरिए लंच या डिनर आर्डर करते हैं तो डिलीवरी के समय पैकेट लाने वाने वेंडर को ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) देने से पहले उसका पहचान पत्र जरूर देख लें।

Posted By: Inextlive