इसरो प्रमुख के सिवन ने शनिवार को कहा कि पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री को 'गगनयान' मिशन के तहत अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। इसके लिए काम चल रहा है। भारत 2021 में अंतरिक्ष में मानव भेजकर इतिहास रचेगा।


भुवनेश्वर (एएनआई)। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख के सिवन शनिवार को आईआईटी दीक्षा समारोह को संबोधित कर रहे थे। इसरो के गगनयान अभियान के बारे में उन्होंने विस्तार से जानकारी दी। इसरो प्रमुख के सिवन ने कहा कि 'गगनयान' मिशन के तहत मानव अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। यह हमारा लक्ष्य है जिस पर इसरो काम कर रहा है। भारत के लिए गगनयान मिशन बहुत महत्वपूर्ण है। यह देश की विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्षमता को बढ़ाएगा। यह भारत का पहला मानव मिशन होगा


इस दाैरान इसरो के प्रमुख के सिवन ने कहा गगनयान प्रोजेक्ट के तहत दिसंबर 2020 में पहला मानव रहित अंतरिक्ष यान भेजा जाएगा। जुलाई 2021 में दूसरा मानव रहित अंतरिक्ष यान अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। इसके बाद तीसरा अंतरिक्ष यान दिसंबर 2021 में इंसान को लेकर अंतरिक्ष में रवाना होगा। यह भारत का पहला मानव मिशन होगा। खास बात तो यह है कि इसे स्वदेशी रॉकेट के द्वारा लॉन्च किया जाएगा। भारत 2021 में अंतरिक्ष में मानव भेजकर इतिहास रचेगा। लैंडर से अब तक संपर्क नहीं हो पाया

अंतरिक्ष एजेंसी इसरो भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के दायरे का विस्तार करने में लगी हुई है। इस दाैरान उन्होंने भारत किे दूसरे मून मिशन चंद्रयान-2 मिशन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि चंद्रयान-2 में इसरो ने करीब 98 फीसद लक्ष्य हासिल कर लिया है। इसरो प्रमुख ने कहा कि लैंडर विक्रम से अभी तक संपर्क नहीं हो सका है। लैंडर विक्रम से अंतिम क्षण तक संपर्क करने की कोशिश जारी है। इस मिशन में चूक कहां पर हुई उस पर रिसर्च की जा रही है।

Posted By: Shweta Mishra