- यूपीसीएल ने दून व तीन शहरों में अंडरग्राउंड लाइनों के लिए 1883.36 करोड़ के प्रोजेक्ट को दिया फाइनल टच

- राज्य सरकार की तरफ से केंद्र को भेजा जाएगा प्रस्ताव, 90 फीसदी अनुदान केंद्र से मिलने की उम्मीद

DEHRADUN: शहर के तमाम इलाकों, मोहल्लों व गलियों में बिजली के पोलों पर तारों का बुना हुआ जाल अब नजर नहीं आएगा। बिजली के पोलों पर भी तार नजर नहीं आएंगे और बिजली के पोल भी नहीं दिखेंगे। अहमदाबाद की तर्ज पर अब दून में भी बिजली के तार अंडरग्राउंड होंगे। इसके लिए 98क्.07 करोड़ का बजट खर्च किया जाएगा। बाकायदा दून में घंटाघर से लेकर गांधी पार्क चौराहा तक एमडीडीए ने और मसूरी में यूपीसीएल ने इसका ट्रायल किया है। ट्रायल सफल रहा और अब यूपीसीएल ने भी प्रोजेक्ट को अपनी मंजूरी दे दी है।

लंबे समय से चल रहा था विचार

लंबे समय से दून में सड़कों के किनारे मौजूद बिजली की पोलों को दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने की मांग चल रही थी। हाल में शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने भी शहर में ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए यूपीसीएल से बिजली के पोल शिफ्ट करने के लिए कहा था। लेकिन, बदले में उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन ने बजट का हवाला दिया था। शहरी विकास मंत्री ने केंद्र को बजट प्रस्ताव तैयार करने के भी निर्देश दिए थे। जबकि पिछले माह दून पहुंचे केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने भी बिजली की लाइन अंडरग्राउंड करने के लिए बजट मुहैया कराने के आश्वासन दिया था। अब दो दिन पहले यूपीसीएल के एमडी बीसीके मिश्रा ने बिजली की लाइन अंडरग्राउंड किए जाने पर यूपीसीएल के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की, जिसमें योजना को फाइनल टच ि1दया गया।

हरिद्वार व नैनीताल भी िकए शामिल

यूपीसीएल के अनुसार अंडरग्राउंड बिजली की लाइन के लिए पहले चरण में दून शहर के अलावा नैनीताल व हरिद्वार को भी शामिल किया गया है। राजधानी दून के लिए सबसे ज्यादा बजट के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। जबकि, दूसरे नंबर पर हरिद्वार और तीसरे नंबर पर नैनीताल को शामिल किया गया है। दून के लिए 98क्.07 करोड़, हरिद्वार के लिए भ्9ब्.फ्म् व नैनीताल के लिए फ्07.7ख् करोड़ के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। प्रस्ताव शासन को भेजा जा रहा है। इसके बाद राज्य सरकार की तरफ से केंद्र से अंडरग्राउंड बिजली की लाइन बिछाने के लिए बजट की डिमांड की जाएगी। यूपीसीएल के अधिकारियों की मानें तो इस योजना के तहत केंद्र का अनुदान 90 फीसदी रहेगा।

अगले चरण में और शहराें की बारी

यूपीसीएल के चीफ इंजीनियर व मीडिया प्रभारी एके सिंह के अनुसार दून व मसूरी में अंडरग्राउंड इलेक्ट्रिक लाइन को लेकर ट्रायल किया गया था, जो सफल रहा। दून में एमडीडीए ने घंटाघर से लेकर गांधी पार्क चौराहा व मसूरी में यूपीसीएल ने ट्रायल के तौर पर बिजली की लाइनें अंडर ग्राउंड की हैं। मीडिया प्रभारी का कहना है कि यूपीसीएल को पूरा भरोसा है कि केंद्र इसके लिए बजट आवंटित कर देगा। शुरुआत में तीन शहरों का चिन्हीकरण किया गया है, इसके बाद अगले चरण में दूसरे शहरों को शामिल किए जाने पर विचार किया जाएगा।

Posted By: Inextlive