- 3.4 किमी। रूट बनना है मार्च 2019 तक

- 6 हाइड्रोलिक रिग मशीनें करेंगी खुदाई

- 140 टन मिट्टी निकलेगी 5 मीटर में

- 500 मीटर की होगी डायाफ्राम वाल

- 11 नारियल फोड़कर हाइड्रोलिक रिग मशीन से खुदाई शुरू

LUCKNOW: लखनऊ मेट्रो केभूमिगत रूट पर स्टेशन निर्माण कार्य का श्रीगणेश सोमवार से हो गया। बापू भवन के सामने सुबह 11 बजे भूमि पूजन के बाद 11 नारियल फोड़कर हाइड्रोलिक रिग मशीन ने खुदाई का काम शुरू कर दिया। इस वॉल को बनने में कम से कम चार महीने लगेंगे। तीनों भूमिगत स्टेशन निर्माण के लिए छह हाइड्रोलिक रिग मशीनें लगाई जाएंगी। भूमि पूजन के दौरान एलएमआरसी से इंफ्रास्ट्रक्चर एंड व‌र्क्स के निदेशक दलजीत सिंह, निदेशक रोलिंग स्टाक महेंद्र कुमार सहित कंपनी गुलेरमक टाटा प्रोजेक्ट लि। के प्रोजेक्ट डायरेक्टर व अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।

डेढ़ मीटर गहरी वॉल

दलजीत सिंह ने बताया कि डेढ़ मीटर गहरी साइड वॉल बनेगी। एक सीध में डायाफ्राम वॉल बनाने के लिए हाइड्रोलिक रिग मशीन से खुदाई की जाएगी। अंडरग्राउंड 25 मीटर खुदाई कर डायाफ्राम वॉल तैयार की जाएगी। यह दीवार 22 मीटर गहराई तक जाएगी, जबकि 80 से 100 सेंटीमीटर की मोटाई में डायाफ्राम वाल के 5-5 मीटर के पैनल ढाले जाएंगे। इस प्रकार से लगभग 100 पैनल तैयार कर 500 मीटर डायाफ्राम वॉल बनाई जाएगी।

बनेंगे तीन अंडरग्राउंड स्टेशन

चारबाग से केडी सिंह बाबू स्टेडियम तक तीन भूमिगत स्टेशन बनेंगे। प्रत्येक स्टेशन पर दो हाइड्रोलिक रिग मशीन लगाई जाएंगी। इस प्रकार से तीन स्टेशन पर कुल छह मशीनों के जरिए खुदाई होगी। डायाफ्राम वाल को तैयार होने में कम से कम चार महीने लगंगे। एक महीने में लगभग 17 पैनल बनेंगे। गहराई में सीधी खुदाई के लिए रिग मशीन के ऊपर लेजर लाइट लगी होगी।

बापू भवन से चारबाग तक टनल

डायाफ्राम वाल बनने के बाद शाफ्ट बनाने का काम होगा, इसके जरिए ही टीबीएम (टनल बोरिंग मशीन) भूमिगत होगी। जनवरी से टीबीएम के जरिए टनल बनाने का काम शुरू हो जाएगा। जनवरी से बापू भवन से हजरतगंज की ओर टीबीएम चलेगी। इसके बाद फरवरी 2017 से दूसरी टीबीएम के जरिए बापू भवन से चारबाग की ओर से टनल बनाई जाएगी। 3.440 किमी के अंडरग्राउंड रूट को मार्च 2019 तक बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

सिंचाई विभाग को दी जाएगी मिट्टी

टाटा प्रोजेक्ट के रमन कपिल ने बताया कि एक पैनल बनाने के लिए खुदाई में करीब 70 क्यूबिक मीटर मिट्टी निकलेगी। पांच मीटर की डायाफ्राम वॉल बनाने के लिए लगभग 140 टन मिट्टी खुदाई में निकलेगी। यहां से निकली मिट्टी शहीद पथ के पास बंधा बनाने के लिए सिंचाई विभाग को दी जाएगी।

Posted By: Inextlive