कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार को कहा कि बेरोजगारी की समस्या कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है बल्कि एक मानवीय है। उन्होंने इस मामले में उत्तर प्रदेश के युवाओं से हर संभव मदद करने का वादा किया है।


लखनऊ (पीटीआई)। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए लगभग 50 युवाओं के साथ एक वीडियो कांफ्रेंस आयोजित किया। इन युवाओं ने हाल ही में शिक्षण पदों के लिए परीक्षा पास की थी, लेकिन उनकी नियुक्ति नहीं हुई है। इस बातचीत के दाैरान प्रियंका गांधी ने कहा कि प्रदेश सरकार को युवाओं आवाज को सुनना होगा। पार्टी की एक विज्ञप्ति में प्रियंका गांधी के हवाले से कहा गया हमें सड़कों से विधायिका तक लड़ना होगा। कांग्रेस इस पर पीछे नहीं हटने वाली है। बेरोजगारी की समस्या हमारे लिए राजनीतिक मुद्दा नहीं है, बल्कि मानवीय मामला है। यह न्याय का सवाल है। कांग्रेस महासचिव ने युवाओं को आश्वासन दिया कि उनकी पार्टी इस मामले में हर संभव मदद करेगी।यह कार्यक्रम बेरोजगारी पर बातचीत का एक हिस्सा था
प्रदेश कांग्रेस मीडिया के संयोजक ललन कुमार ने कहा कि वीडियो कांफ्रेंस, जो एक-डेढ़ घंटे से अधिक समय तक चली, उसमें 50 से अधिक युवाओं ने भाग लिया। उनका कहना है कि यह कार्यक्रम बेरोजगारी पर बातचीत का एक हिस्सा था। प्रियंका गांधी से बात करते हुए एक महिला उम्मीदवार ने कहा कि उसने 2016 में परीक्षा दी थी और अपने चयन पर खुश थी, लेकिन अभी भी नियुक्ति नहीं मिली है।महिला ने कहा कि वह दो साल से डिप्रेशन का सामना कर रही और उसका परिवार इस वजह से काफी कठिनाइयों का सामना कर रहा है। कोरोना वायरस महामारी के कारण अब ट्यूशन भी बंद हो गए वहीं युवकों में से एक ने कहा कि वह किसी तरह ट्यूशन देकर अपनी आजीविका कमा रहा था, लेकिन वह भी कोरोना वायरस महामारी के कारण बंद हो गया है। एक अन्य ने कहा कि उसकी शादी नहीं हो पाई क्योंकि उसके पास काम नहीं था। युवकों ने कहा कि उन्होंने कड़ी मेहनत की और परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन सरकार के मुताबिक लगातार नियम बदलते जा रहे हैं। प्रियंका गांधी ने उन रिपोर्ट्स पर भी विचार किया, जिनमें कहा गया है कि राज्य सरकार ग्रुप बी और सी के कर्मचारियों के लिए पांच साल की संविदा सेवा प्रदान कर रही है।

Posted By: Shweta Mishra