35 फीसदी चालकों की आंखें कमजोर। जांच में मोतियाबिंद दूर और निकट दृष्टि दोष की समस्या। चालकों के वाहन भी उगल रहे हैं मानक से अधिक धुआं।

BAREILLY: बरेली की सड़कों पर चल रहे हैं, तो जरा अलर्ट हो जाइए। क्योंकि सड़क पर गुजर रहा हर तीसरे वाहन के ड्राइवर को धुंधला दिखायी देता है। ऐसे में वह किसी को रौंद भी सकता है। संभागीय परिवहन विभाग ने वेडनसडे को सेटेलाइट पर रैंडमली 200 ड्राइवरों की आंखों की जांच करायी तो हैरान कर देने वाला सच सामने आया। जांच में 35 परसेंट ड्राइवर्स को चश्मे की तुरंत जरूरत है। ऐसे न जाने कितने ड्राइवर्स हैं, जो धुंधली नजर से वाहन दौड़ा रहे हैं। फिलहाल, इन ड्राइवर्स को आरटीओ ने एक सप्ताह का समय दिया है, इसके बाद इनके ड्राइविंग लाइसेंस को सस्पेंड कर दिया जाएगा।

 

70 ड्राइवर की आंखों में निकली खराबी

आरटीओ की ओर से सड़क सुरक्षा को लेकर सेटेलाइट पर कैम्प लगा कर वाहन चालकों की आंखों की जांच कराई गई। जिला अस्पताल के नेत्र सर्जन डॉ। आरएन सिंह और नेत्र परीक्षण अधिकारी विशाल सक्सेना ने ऑटो, टेम्पो वैन, कार सहित करीब 200 वाहन चालकों की आंखों को परखा। इनमें से 70 चालकों यानि 35 फीसदी चालक की आंखों का विजन कम निकला। नेत्र परीक्षण अधिकारी विशाल सक्सेना ने बताया कि 200 में से 40 को दूर, 20 को निकट दृष्टि दोष की समस्या थी। वहीं 10 चालकों को मोतियाबिंद की शिकायत थी।

 

इलाज और ऑपरेशन की सलाह

आंखों की कमजोरी से जूझ रहे चालकों को डॉक्टर्स ने इलाज कराने की सलाह दी है। जिन चालकों की बीमारी इनमेच्योर है, उन्हें नजर का चश्मा लगवाने की सलाह दी गई है। कुछ चालकों के आंखों का शीघ्र ऑपरेशन किया जाना आवश्यक है। क्योंकि मायोपिया बीमारी से दूर की चीेजें देखने की शक्ति कम हो जाती है। एआरटीओ इंफोर्समेंट उदय वीर सिंह ने बताया कि जिन चालकों की आंखें कमजोर मिली हैं उन्हें इलाज के लिए एक वीक का समय दिया गया है। यदि, इसके बाद भी उनकी आंखें कमजोर पाई जाती हैं तो उनके लाइसेंस रद कर दिए जाएंगे। उनका नाम, पता और लाइसेंस नम्बर दर्ज कर लिए गए हैं।

 

75 वाहनों की हुई पॉल्यूशन जांच

सेटेलाइट पर लगाए गए कैम्प में टोटल 75 वाहनों का पॉल्यूशन चेक किया गया। इनमें से 26 वाहनों में मानक से अधिक धुआं निकलते हुए पाया गया। जिन्हें एक वीक के अंदर वाहन को सही कराकर पॉल्यूशन सर्टिफिकेट लेने को कहा गया। यदि, उसके बाद भी वाहन से मानक से अधिक धुआं निकलते हुए पाया गया तो चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही 1000 रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा।

 

जांच में 70 चालकों की आंखें कमजोर पायी गईं। जिन्हें शीघ्र इलाज की सलाह दी गई है। बिना चश्मा और इलाज के चालक वाहन चलाने योग्य नहीं थे।

डॉ। विशाल सक्सेना, आई स्पेशलिस्ट

 

आंखों से कमजोर मिले चालकों और जिन वाहनों में मानक से अधिक धुआं पाया गया उन्हें एक वीक का समय दिया गया है। ताकि, वह कमियों को दूर कर लें। उसके बाद कार्रवाई की जाएगी।

उदयवीर सिंह, एआरटीओ इंफोर्समेंट

Posted By: Inextlive