अनफिट सरकारी वाहनों में बरेली की जान को खतरा
- खटारा वाहनों से बदमाशों को पकड़ने के लिए लगा रहे दौड़
BAREILLY: अपनी जान पर खेल चोर-बदमाशों से टक्कर लेने वाली बरेली पुलिस की जान खतरे में हैं, जिस वाहन से पुलिस के जवान बदमाशों को पकड़ने के लिए दिन-रात दौड़ लगा रहे हैं, वह अनफिट हैं। फिटनेस की वैधता खत्म होने के बाद भी पुलिस के आला अधिकारी फिटनेस की जांच नहीं करा रहे हैं। ऐसे में, अनफिट वाहनों से हादसा की संभावनाओं को इनकार नहीं किया जा सकता है। सभी गाडि़यां अनफिटपुलिस के बेड़े में शामिल सभी गाडि़यां अनफिट हैं। पिछले 2-4 वर्षो से किसी भी वाहन के फिटनेस की जांच आरटीओ से नहीं हुई हैं। दो दिन पहले पुलिस लाइंस से एसआईएमटी प्रमोद कुमार मिश्रा 54 वाहनों की लिस्ट लेकर आरटीओ पहुंचे हुए थे। कम्प्यूटर पर जब नम्बर चेक किया गया तो 24 वाहन अनफिट मिली। जिनकी फिटनेस की वैधता 2016 से पहले ही खत्म हो चुकी हैं। वहीं बाकी 30 वाहन 8 सीटर से कम के थे। लिहाजा, उनके हर वर्ष फिटनेस जांच की जरूरत नहीं पड़ती हैं।
हो सकता है हादसाजिन वाहनों का फिटनेस डेट खत्म हो चुकी हैं उनमें व्रज, फायर विभाग और 8 सीटर से ऊपर वाले सभी वाहन शामिल हैं। जिनका इस्तेमाल बेसिकली इमरजेंसी के वक्त ही किया जाता है। ऐसे में वाहनों का फिट नहीं होना एक गंभीर विषय है।
50 रुपए परडे पेनॉल्टी वाहनों का फिटनेस नहीं कराने पर एमवी एक्ट के तहत प्रत्येक वाहन पर परडे के हिसाब से 50 रुपए पेनॉल्टी अप्रैल 2016 से लग रही हैं। अभी तक एक-एक वाहन पर 20-20 हजार रुपए से अधिक की पेनॉल्टी हैं। चूंकि, फिटनेस जांच कराने पर पुलिस विभाग को पेनॉल्टी जमा करनी होगी सो पुलिस के आला अधिकारी वाहनों की फिटनेस जांच भी नहीं करा रहे हैं और खटारा वाहन लेकर पुलिस के जवान दौड़ रहे हैं। फिटनेस सर्टिफिकेट आवश्यकता इससे यह पता चलता है कि एमवी एक्ट के तहत बने नियम का पूर्ण पालन की गई है। लिहाजा, वाहन रोड पर चलाने योग्य है। वैधता फिटनेस सर्टिफिकेट प्रारूप 38 में जारी किया जाता है जो पूरे देश में वैध होता है। नए वाहन को 2 वर्ष के लिए इसके बाद हर वर्ष फिटनेस सर्टिफिकेट का रीन्यूवल होता है। प्रक्रिया - पॉल्यूशन सर्टिफिकेट की जांच। - टैक्स चुकता है कि नहीं। - ऑडिट एवं चालान बकाया नहीं होने संबंधित रिपोर्ट। - इंश्योरेंस। - निर्धारित फीस जमा है या नहीं।- ब्रेक, क्लच, बॉडी, लाइट साहित अन्य चीजों की भी जांच होती है।
- कोई कमी होने पर उसे दूर करने को कहा जाता है। उसके बाद जांच कर फिटनेस सर्टिफिकेट जारी किया जाता है। पुलिस के वाहनों का फिटनेस नहीं हैं। पुलिस लाइन से एक लोग लिस्ट लेकर आए थे फिटनेस के लिए। जांच में पता चला कि किसी वाहनों का फिटनेस नहीं हैं। 50 रुपए परडे के हिसाब से पेनॉल्टी लगाई जा रही है। आरपी सिंह, एआरटीओ प्रशासन