एक मजेदार अध्‍ययन में बताया गया है कि अगर शादी खुशहाल ना हो तो ये मर्दो को डायबिटीज जैसी बीमारी के खतरों से बचा लेती है। तनावपूर्ण वैवाहिक रिश्‍तो में मर्दो के डायबिटीज होने की संभावना कम हो जाती है और जो इसके शिकार हो भी जाते हैं वे इलाज को बेहतर रिस्‍पांड करते हैं।

हमेशा बुरा नहीं होता झगड़ा
अगर अमेरिका की मिशिगन स्टेट युनीवर्सिटी के प्रोफसर्स के द्वारा एक अध्ययन में सामने आयी रिर्पोट की माने तो ये सच है कि पति पत्नी के बीच झगड़ा हमेशा बुरे परिणाम नहीं देता बल्कि इससे कुछ अच्छा भी होता है। इस अध्ययन के अनुसार तनाव पूर्ण वैवाहिक संबंध्ा सेहत के लिए घातक ही होते हैं ये कहना गलता हो सकता है। अब इस नयी रिर्पोट के अनुसार लड़ाई अच्छी है।

जोड़ों पर अध्ययन कर निकाला निष्कर्ष
पांच साल तक करीब 1,228 विवाहित जोड़ों पर शोध करके रिसर्चस ने पाया कि 57 से 85 वर्ष तक की आयु वाले इन दंपत्तियों में से 389 को डायबिटीज की समस्या हुई। उनमें से अधिकांश पुरूष ऐसे थे जिनकी की पार्टनर्स उनकी सेहत का पूरा ख्याल रखती थीं और उनका वैवाहिक जीवन सुखी और संतुष्ट था। यानि पत्नी का ख्याल रखना उन्हें रास नहीं आता और रिश्तो की मिठास ने उन्हें डायबिटीज कर दिया।

महिलाओं के साथ है उल्टा
इस रिसर्च के साथ एक और खास बात ये हुई कि इसमें रिश्तों में कड़वाहट का असर महिलाओं पर विपरीत होता है और उनको डायबिटीज की संभवना बढ़ जाती है। हालाकि इसका कारण स्पष्ट करते हुए रिसर्च कहती है कि, क्योंकि महिलायें ज्यादा भावुक होती हैं इसलिए वो रिश्तों में तनाव बर्दाश्त नहीं कर पातीं। इसी तनाव के परिणाम स्वरूप उनका स्ट्रेस लेबल बढ़ जाता है और इसके चलते उनमें डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है।

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Posted By: Molly Seth