केंद्र सरकार के पास सबसे ज्यादा पैसा काॅरपोरेट टैक्स और जीएसटी से आता है। वहीं सरकार को सबसे ज्यादा खर्च केंद्रीय क्षेत्रों की स्कीम और ब्याज के भुगतान पर करनी पड़ती है।


कानपुर। केंद्र सरकार को जितना जीएसटी से पैसा मिलता है वह सब कर्ज का ब्याज चुकाने में ही खर्च हो जाता है। इसी तरह सरकार जितना पैसा अपने कर्मचारियों को पेंशन भुगतान में खर्च करती है उतनी ही राशि गरीबों को सब्सिडी में भी खर्च कर देती है। आइए जानते हैं सरकार के पास खर्च करने के लिए कहां से पैसे मिलते हैं।कहां खर्च होगी बजट की धनराशि


बजट को सरसरी तौर पर समझने के लिए यह जानना जरूरी है कि सरकार मोटे तौर पर किन मदों में खर्च करेगी। सरकार का एक बड़ा हिस्सा 20 प्रतिशत राज्यों को हिस्सा देने में चला जाएगा, जिसमें टैक्स और फीस शामिल हैं। सरकार का दूसरा सबसे बड़ा खर्च कर्ज के ब्याज चुकाने में खर्च होगा जो 18 प्रतिशत है। इसके बाद 13 प्रततिशत धनराशि केंद्रीय क्षेत्र की योजनाओं पर खर्च होगी। वित्त आयोग तथा अन्य अंतरण पर 10 प्रतिशत और अन्य खर्चों पर 10 प्रतिशत खर्च होगा। इसके अलावा सरकार केंद्र प्रायोजित योजनाओं पर 9 प्रतिशत और रक्षा पर 8 प्रतिशत खर्च करेगी। पेंशन पर 6 प्रतिशत और विभिन्न प्रकार की सब्सिडियों पर सरकार 6 प्रतिशत खर्च करेगी।कहां से आएगा सरकार के पास पैसा

सरकार के पास सबसे ज्यादा 20 प्रतिशत पैसा उधार और देयता के मद से आएगा। इसके बाद काॅरपोरेट टैक्स और जीएसटी से 18-18 प्रतिशत पैसा आएगा। इनकम टैक्स से सरकार के पास 17 प्रतिशत पैसा आएगा। 10 प्रतिशत पैसा टैक्स से अलग विभिन्न रेवेन्यू से आएगा। केंद्रीय उत्पाद शुल्क से 7 प्रतिशत और सीमा शुल्क से 4 प्रतिशत पैसा आएगा। इसके अलावा ऋण भिन्न पूंजी प्राप्तियों से सरकार के पास 6 प्रतिशत पैसा आएगा।स्रोत : बजट 2020-2021

Posted By: Satyendra Kumar Singh