-इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में बीएएलएलबी के स्टूडेंट्स ने राष्ट्र प्रतिनिधि के रूप में की वोटिंग

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के फैकेल्टी ऑफ लॉ में दूसरे दिन भी मॉडल यूनाइटेड नेशन की मिटिंग कांटीन्यू रही। बीएएलएलबी के स्टूडेंट्स की ओर से इंटरनेशनल इश्यूज पर हुए इस रचनात्मक आयोजन में विभिन्न राष्ट्रों के प्रतिनिधि के रूप में शामिल स्टूडेंट्स ने यूएन चार्टर को फिनिशिंग टॅच देने से पहले वोटिंग की।

राइट ऑफ रिफ्यूजी पर हुई चर्चा

प्रोग्राम में इंटरनेशनल रिप्रजेंटेटिव्स की तरह ही स्टूडेंट्स के बीच राइट ऑफ रिफ्यूजी एवं राज्यविहीन शरणार्थियों के अधिकारों पर चर्चा की गई। शरणार्थियों के अधिकार पर बने अन्तर्राष्ट्रीय कानूनों पर भी मंथन हुआ। इस दौरान पास हुए रेज्यूल्युशंस पर थर्सडे को वोटिंग करवाई गई। दूसरे दिन हुई महासभा में शरणार्थियों के संरक्षण एवं उनके शिविरों से सुरक्षा बलों के निष्कासन का प्रस्ताव एकमत से पारित किया गया। इसमें शामिल बेल्जियम के प्रतिनिधि ने महिला शरणार्थियों के संरक्षण का भी मुद्दा उठाया। केन्या के प्रतिनिधी ने संबंधित राज्य एवं शरणार्थियों के बीच होने वाले भेदभाव की ओर ध्यान आकर्षित कराया। शरणार्थियों द्वारा आतंकी गतिविधियों में लिप्त होने पर थाईलैंड, जर्मनी एवं इजराइल के प्रतिनिधि बने छात्रों ने चिंता जाहिर की।

इन बिन्दुओं पर किया फोकस

दूसरा प्रस्ताव जबरन बन्दीकरण से बचाव, सुरक्षा का आश्वासन, स्वेच्छा से स्वदेश वापसी सुनिश्चित करना, कानूनी सलाह प्रदान करना, रोजगार के अवसर उपलब्द्ध करवाने का पारित किया गया। कार्यकरिणी बोर्ड की अध्यक्षता अमेठी लॉ स्कूल की पल्लवी शाही एवं शुभम श्रीवास्तव ने की। अंतराष्ट्रीय प्रेस समिति के अध्यक्ष बनें छात्र पियूष कुमारेन्द्र, उत्कर्ष श्रीवास्तव, वर्षा सिंह, रतनजीत जायसवाल, रत्नेश कुमार मौजूद रहे।

दो दिन तक हुए इस आयोजन से बहुत कुछ सीखने को मिला है। संयुक्त राष्ट्र की बैठक उसी के अंदाज में आयोजित करवाना आसान बात नहीं थी।

वर्षा

स्टूडेंट्स ने सौ फीसदी एफर्ट किया। यूनिवर्सिटी में इस तरह के आयोजन से जूनियर्स को इस बात की प्रेरणा मिलेगी कि वे भी कुछ हटकर करें।

मानवी

इस तरह के प्रोग्राम करने के लिए काफी प्रैक्टिस और स्टडी करनी पड़ती है। इससे काफी कुछ सीखने को मिलता है। बेहद ही मनोरंजक कार्यक्रम रहा।

ख्याति

Posted By: Inextlive