अमेरिका से लोहा ले रहा और लगातार परमाणु मिसाइल परीक्षण से दुनिया में दहशत फैला रहा उत्‍तर कोरिया के लोग अब बूंद-बूंद तेल के लिए तरसेंगे। संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद ने उत्‍तर कोरिया पर आर्थिक प्रतिबंध और कड़े कर दिए हैं। इससे उसके तेल आयात 90 फीसदी तक कम हो जाएगा। आइए जानते हैं उन देशों के बारे में जो दशकों से आर्थिक प्रतिबंध झेल रहे हैं।


उत्तर कोरिया, 1950 सेईरान से संबंध अपने परमाणु कार्यक्रमों के कारण उत्तर कोरिया पर 1950 से ही संयुक्त राष्ट्र संघ ने आर्थिक प्रतिबंध लगा रखा है। जैसे जैसे समय बीत रहा है उस पर प्रतिबंध और कड़े होते जा रहे हैं। अभी हाल ही में लगातार मिसाइल परीक्षण और परमाणु परीक्षण के कारण सुरक्षा परिषद् ने उस पर प्रतिबंध और कड़ा कर दिया है। इससे उत्तर कोरिया को तेल निर्यात में 90 फीसदी तक कटौती हो जाएगी। उत्तर कोरिया से कोई देश सामान नहीं खरीद सकेगा। उसके हथियार निर्माण में शामिल बैंकों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी और सामान तस्करी में शामिल शिपिंग कंपनियों के खिलाफ भी कार्रवाई शामिल है।UN Day: शिकायतें तो बहुत हैं फिर भी दुनियाभर की उम्मीद #UnitedNations की 6 बातेंईरान, 1979 से
1979 में तेहरान के यूएस दूतावास में बंधक संकट के बाद से ही ईरान अमेरिका के आंखों की किरकिरी बना हुआ है। एक तो अमेरिका से लोहा लेने की हिमाकत करने और दूसरे परमाणु कार्यक्रमों को अंजाम देने के चलते इस देश पर यूएन ने आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए। हालांकि समय-समय पर इस देश पर आर्थिक प्रतिबंधों में कमी आती रही है। ईरान ने भी अपने परमाणु कार्यक्रमों में कमी के संकेत दिए।अंतरराष्ट्रीय अदालत ने भारत से कहा गिरफ्तार करके दो सूडानी राष्ट्रपति कोसीरिया, 2004 सेसीरिया के हालात किसी से छिपे नहीं है। रूस इसे मदद करता है और अमेरिका इस देश से उतना ही जलता है। फिलहाल इस देश पर 2004 से ही आर्थिक प्रतिबंध लगे हुए हैं। आरोप है कि यह देश आतंकियों को पनाह देता है। उनकी मदद करता है। इस देश के कुछ हिस्से पर आईएसआईएस आतंकियों का कब्जा हो गया था। उन्होंने सीरिया के कुछ इलाकों को अपने कब्जे में लेकर उसे इस्लामिक स्टेट घोषित कर दिया था। हालांकि रूस और अमेरिका के हवाई हमलों के बाद वहां के हालात बदल गए हैं। फिर भी इस देश पर लगातार आर्थिक प्रतिबंध लगे हुए हैं।सालों तक आतंकियों के कब्जे में रहने वाले सीरिया के अलेप्पो शहर जब पहुंची पहली ट्रेन, तो दिखे ये शॉकिंग मोमेंट

Posted By: Satyendra Kumar Singh