गारंटर बनने से गुड बाय
पुलिसकर्मियों का गारंटर बनने से एसएसपी का इंकार
- 40 करोड़ रुपये पुलिसकर्मियों पर बकाया हैं बैंक के -5,000 पुलिसकर्मी बैंकों से डिफाल्टर हो चुके हैं घोषित - 20 से ज्यादा बैंकों से पुलिसकर्मियों ने ले रखा है लोन मनोज बेदी आई एक्सक्लूसिव मेरठ : पुलिस इंस्पेक्टर व कांस्टेबल के यह बुरी खबर हो सकती है। बैंक अधिकारियों ने पुलिस इंस्पेक्टर व कांस्टेबल को लोन देने से साफ इंकार कर दिया है। बैंक अधिकारियों का कहना है कि जब तक एसएसपी गारंटर नहीं बनेंगे। तब तक किसी पुलिस इंस्पेक्टर व कांस्टेबल को लोन नहीं मिलेगा। ये है हालतदरअसल, 5 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों पर बैंकों के 40 करोड़ रुपये फंसे हैं। वे बैंकों से डिफाल्टर घोषित हो चुके है। अब उनसे वसूली करना आसान काम नहीं है। लिहाजा अब एसएसपी ने पुलिसकर्मियों का गारंटर बनने से साफ इंकार कर दिया है।
क्या है मामलापंजाब नेशनल बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, एचडीएफसी बैंक, एक्सेस बैंक, केनरा बैंक, सिंडिकेट बैंक, ओबीसी बैंक, यूको बैंक समेत कई राष्ट्रीय व प्राइवेट बैंकों की तरफ से एसएसपी को पुलिस इंस्पेक्टर व कांस्टेबलों से बकाया वसूलने के लिए नोटिस आ रहे है। एसएसपी जे.रविंद्र गौड़ का कहना है कि पुलिस इंस्पेक्टर व कांस्टेबलों ने कई बैंकों से आवासीय, पर्सनल व वाहनों के लिए लोन ले रखा है.अब वे उसे जमा नहीं कर रहे है। जिससे बैंक अधिकारी वसूली के लिए नोटिस भेज रहे है।
वर्जन अब किसी इंस्पेक्टर या कांस्टेबल के गारंटर नहीं बनेंगे। अभी भी गारंटर बनने के लिए कई इंस्पेक्टर व पुलिस कर्मी आ रहे है। अब बैंकों के गारंटर बनने से साफ इंकार कर दिया है। एसएसपी जे। रविंद्र गौड़ ------------------------ पुलिसकर्मी बैंकों से लोन लेकर चुका नहीं रहे है। जिससे बैंकों ने उन्हें डिफाल्टर घोषित कर दिया है। इसलिए बैंकों की तरफ से किसी भी पुलिस कर्मियों को लोन देने के लिए एसएसपी को गारंटर बनाया जा रहा है। अविनाश तांती, लीड बैंक मैनेजर मेरठ -------------------------- एसआई पुलिसकर्मियों पर बैंकों का करोड़ों रुपये बकाया है। अब उन्हीं पुलिस अधिकारियों व कर्मियों को लोन दिया जा रहा है जो एसएसपी से गारंटी दिलाएगा। चूंकि अगर कोई पुलिस कर्मी डिफाल्टर घोषित होता है तो रकम पुलिस कर्मी के वेतन से काट ली जाएगी। संजीव शर्मा, एजीएम पंजाब नेशनल बैंक