- सीसीएसयू के गोपनीय विभाग के वरिष्ठ सहायक के पद पर तैनात है क्लर्क भानु प्रताप सिंह

- रजिस्ट्रार ने किया सस्पेंड, मार्कशीट में बढ़ाए थे दागी कर्मचारी ने नंबर

Meerut : सीसीएस यूनीवर्सिटी में फर्जी मार्कशीट बनाने के गोरखधंधे का बड़ा खुलासा हुआ है। फर्जी मार्कशीट बनाने के आरोप की पुष्टि के बाद मंगलवार को यूनीवर्सिटी प्रशासन ने गोपनीय विभाग में तैनात कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया है।

वरिष्ठ सहायक पद पर है भानु

मंगलवार को यूनिवर्सिटी रजिस्ट्रार दीप चंद ने गोपनीय विभाग के वरिष्ठ सहायक पद पर तैनात चर्चित कर्मचारी भानु प्रताप सिसौदिया को सस्पेंड किया है। भानु को गोपनीय विभाग के विधि पाठ्यक्रम के अभिलेखों को अधिकारियों की अनुमति के बिना छेड़छाड़ करने के आरोप का दोषी पाया गया है। कर्मचारी ने एलएलबी के स्टूडेंट की मार्कशीट में पैसे लेकर नंबर बढ़ाए थे, जिसके प्रमाण भी यूनिवर्सिटी की जांच समिति को मिल गए हैं।

रुपये लेकर बढ़ाए नंबर

शिकायत को संज्ञान में लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने प्रकरण में जांच बैठा दी। जांच समिति ने कर्मचारी द्वारा किए गए बिना अधिकारी के अनुमति से विधि पाठयक्रम से छेड़छाड़ करने का आरोप है। इसके अलावा बिना सक्षम अधिकारी के छात्र की मार्कशीट में नंबर बढ़ाने का आरोप है। चार्ट से छेड़छाड़ कर नंबर बढ़ाने की धरपकड़ के बाद यूनीवर्सिटी प्रशासन ने आगे-पीछे के कई सत्रों के चार्ट चेक करना शुरू कर दिया गया है। बता दें कि कर्मचारी एलएलबी के एक छात्र की मार्कशीट में नंबर बढ़ा चुका था, जबकि एक अन्य छात्र की मार्कशीट में भी नंबर बढ़ाने की फिराक में था।

यूनिवर्सिटी में चल रहा रैकेट

फर्जी मार्कशीट की धरपकड़ के बाद सीसीएसयू के अधिकारियों ने पड़ताल शुरू कर दी है। आरंभिक जांच में सामने आया कि यूनीवर्सिटी में एक रैकेट काम कर रहा है, जो फर्जी मार्कशीट बनाकर छात्र को दे रहा है और उन नंबरों को चार्ट में पोस्ट कर रिकॉर्ड में हेराफेरी कर रहा है। वीसी प्रो। एनके तनेजा ने एक जांच समिति का भी गठन किया है, जिसमें संकायाध्यक्ष शिक्षा विभाग के प्रो। पीके मिश्र, कृषि वनस्पति विज्ञान विभाग से प्रो। पीके शर्मा और रजिस्ट्रार द्वारा नामित सहायक कुलसचिव अरुण कुमार यादव को शामिल किया गया है। यह समिति इस मामले में गहन जांच करेगी और रैकेट का पर्दाफाश करेगी।

कर्मचारी को रिकार्ड में छेड़छाड़ और फर्जी मार्कशीट बनाने के आरोप में सस्पेंड किया गया है। फर्जीवाड़े के कुछ मामले प्रकाश में आए हैं। समिति ऐसे मामलों की पड़ताल कर संबंधित के खिलाफ कार्यवाही करेगी।

दीपचंद, रजिस्ट्रार, सीसीएस यूनिवर्सिटी

Posted By: Inextlive