विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उसके गुर्गों पर लगे सामूहिक दुष्कर्म के आरोपों की जांच कर रही सीबीआई टीम रविवार को फिर माखी गांव पहुंची और दस ग्र्रामीणों को थाने बुलाकर बयान दर्ज किए।


लखनऊ (ब्यूरो)। उन्नाव के माखी में विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उसके गुर्गों पर लगे सामूहिक दुष्कर्म के आरोपों की जांच कर रही सीबीआई टीम एक सप्ताह बाद रविवार फिर माखी गांव पहुंची और दस ग्र्रामीणों को थाने बुलाकर बयान दर्ज किए। सीबीआई कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करने से पहले अपने तथ्यों को और भी पुख्ता कर लेना चाह रही है, ताकि किसी भी एंगल से आरोपियों को उसका लाभ न मिल सके। अलग-अलग की पूछताछ


सुबह करीब 10:30 बजे सीबीआई की तीन सदस्यीय टीम माखी थाने पहुंची। सीबीआई ने मामले के गवाहों अखिलेश, विनय उर्फ सिंपल, प्रमोद, दिनेश सिंह के अलावा बारासगवर के वीरपुर गेठूमा निवासी अनुज सिंह को पहले ही थाने पहुंचने का निर्देश दे दिया था। टीम पहुंचने के बाद सभी गवाह थाने पहुंचने लगे। सीबीआई इंस्पेक्टर हरिशंकर व महिला अधिकारी शिल्पी ने सभी को अलग-अलग बुलाकर पूछताछ की और उनके बयान दर्ज किये। इधर पांच अन्य लोगों में माखी गांव निवासी शुभम, बीना, शिवकांत, शिवप्रसाद और चंदपाल को सीबीआई के बुलावे की जानकारी मिली तो वे घर बंद कर चले गए। सामूहिक दुष्कर्म और पिता की हत्या के बारे में पूछताछ

बयान देकर लौटे गवाहों ने ग्रामीणों को बताया कि टीम ने पीडि़ता से सामूहिक दुष्कर्म और उसके पिता की हत्या के बारे में पूछताछ की। पीडि़ता के पिता की हत्या में विधायक कुलदीप सिंह सेंंगर, उसके भाई व गुर्गों की भूमिका के बारे में पूछताछ की। उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता से मिलने पहुंची महिला आयोग अध्यक्षविधायक आवास भी गई टीममाखी थाने में गवाहों से पूछताछ के बाद सीबीआई टीम की गाड़ी शहर स्थित विधायक कुलदीप सिंह व उसके भाई मनोज के आवासों पर रुकी। टीम के सदस्य आसपास की दुकानों में भी गए। दुकानदारों से विधायक के बारे में पूछा पर इस दौरान किसी ने भी सीबीआई टीम के सामने मुंह नहीं खोला। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई की जांच अब अपने आखिरी पड़ाव पर है। जो भी गवाह ऐसे हैं जिनके बयान दर्ज नहीं हुए उनसे भी सीबीआई टीम पूछताछ कर उनके बयान दर्ज कर रही है। उल्लेखनीय है कि सितंबर में सीबीआई टीम को सभी तथ्य कोर्ट के समक्ष रखने हैं। lucknow@inext.co.inउन्नाव दुष्कर्म पीड़िता केस : पांचों मामले दिल्ली ट्रांसफर, सुप्रीम कोर्ट ने कहा पीड़िता को 25 लाख रुपये दे यूपी सरकार

Posted By: Shweta Mishra