उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता मामले में सुप्रीम कोर्ट ने उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता मामले से जुड़े सभी पांचों मामलों को दिल्ली ट्रांसफर करने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही यूपी सरकार को पीड़िता काे 25 व उसके वकील को 20 लाख रुपये मुआवजा देने के निर्देश दिए हैं।


नई दिल्ली (पीटीआई)। उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सीबीआई के संयुक्त निदेशक सम्पत मीणा पेश हुए। इस दाैरान सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने दुष्कर्म व दुर्घटना मामलों की जांच की वर्तमान स्थिति से कोर्ट को रूबरू कराया। सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि पीड़िता और उसका वकील बेहतर इलाज के लिए दिल्ली एम्स में शिफ्ट करने की स्थिति हैं। वहीं मामले की सुनवाई के बाद दोपहर दो बजे सुप्रीम कोर्ट ने उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता से जुड़े सभी पांचों मामलों को दिल्ली ट्रांसफर करने का निर्देश दिया है और सभी की डिटेल मांगी। वहीं एक्सीडेंट मामले की जांच रिपोर्ट 7 दिन में मांगी है। पांचों मामलों की सुनवाई 45 दिनों में पूरी की जाएगी


सुप्रीम कोर्ट ने कहा सभी पांचों मामलों की सुनवाई 45 दिनों में पूरी की जाएगी।  कोर्ट ने यूपी सरकार को पीड़िता काे 25 व उसके वकील को 20 लाख रुपये मुआवजा देने और साथ ही घायल वकील का इलाज कैसे और कहां हो इसके लिए सरकारी खर्चे पर वकील देने का निर्देश दिया है। सुप्रीम काेर्ट ने कहा है कि पीड़िता की मां को सीआरपीएफ सुरक्षा मुहैया कराई जाए। इस मामले की सुनवाई शुक्रवार को भी होगी।  सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दाैरान सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट को बताया कि उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता मामले में विधायक कुलदीप सिंह सेंगर व अन्य अारोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हो गई है और वह जेल में है। एक्सीडेंट के मामले की जांच एक सप्ताह में पूरी की जाएवहीं दुष्कर्म पीड़िता के पिता के मामले में तुषार मेहता ने कोर्ट को बताया कि आर्म्स एक्ट का केस फर्जी है। वहीं पीड़िता की मां ने केस दर्ज कराया है कि उसके पति की पुलिस कस्टडी में हत्या हुई है। सुप्रीम कोर्ट सीबीआई को निर्देश दिया पीड़िता के एक्सीडेंट के मामले की जांच एक सप्ताह में पूरी की जाए। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने पीड़िता की भी हालत की डिटेल मांगी है।

महासचिव से पूछा कि पीड़िता की चिठ्ठी देर से क्यों पेश की


वहीं सुप्रीम कोर्ट ने महासचिव से पूछा कि पीड़िता की चिठ्ठी देर से क्यों पेश की। इस पर महासचिव ने जवाब दिया है कि हमारे पास करीब 1100 चिटि्ठयां और पड़ी हैं। हमने कोर्ट की गाइड लाइन के मुताबिक ही पीड़िता की चिट्ठी को फाॅलो किया है। सुनवाई के दाैरान सुप्रीम कोर्ट की सीजेआई चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने मामले की सुनवाई के दाैरान कहा कि देश में क्या हो रहा है। जो हो रहा है वह कानून के दायरे में नहीं हो रहा है। उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता मामला : सीबीआई अफसर सुप्रीम कोर्ट में होंगे पेश, यूपी से बाहर ट्रांसफर हो सकता है केससीबीआई के जिम्मेदार अफसर आज ही कोर्ट में उपस्थित होंसुप्रीम कोर्ट ने सुबह सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता की उस याचिका को भी खारिज कर दिया, जिसमें यह जिक्र था यह मामला शुक्रवार सुबह 10:30 बजे तक स्थगित कर दिया जाए क्योंकि उन्नाव मामलों की जांच कर रहे अधिकारी दिल्ली से बाहर हैं। इस पर कोर्ट ने कहा था कि सीबीआई निदेशक टेलीफोन पर मामलों की जानकारी लेकर कोर्ट को बता सकते है। कोर्ट ने कहा था कि आज ही सीबीआई के जिम्मेदार अफसर कोर्ट में उपस्थित हों।उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता मामला : कैसे हुई चूक, सरकार के साथ CBI को देना होगा जवाब

Posted By: Shweta Mishra