- डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन की परमिशन बिना ही सिटी में अनरजिस्टर्ड संस्थाएं ऑर्गनाइज करा रहीं ऑडिशन

- टीनएजर्स से वसूले जाते हैं 200-1000 रुपए लेकिन नहीं मिलती कोई रसीद

- एडीएम सिटी ने एडीएम एफआर को लेटर जारी कर दिया कार्रवाई का निर्देश

GORAKHPUR: टीवी सीरियल और फिल्म की दुनिया में सुपर स्टार बनाने का ख्वाब दिखाकर सिटी के टीनएजर्स को लूटा जा रहा है। इन दिनों ऑडिशन के नाम पर रजिस्ट्रेशन कराने वाली संस्थाएं अन ऑथराइज्ड प्रोग्राम ऑर्गनाइज करा युवाओं से 200-1000 रुपए तक वसूल रही हैं। जबकि इन संस्थाओं के पास ना तो कोई मान्यता है और ना ही प्रशासनिक अधिकारियों से ऑडिशन ऑर्गनाइज करने की परमिशन। हालांकि ऐसे इवेंट्स को रोकने के लिए डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन अब अलर्ट हो गया है। ऐसी संस्थाओं के खिलाफ कार्रवाई के लिए जिम्मेदारों ने कमर कस ली है। किसी भी दशा में ऐसे इवेंट ऑर्गनाइज करने के लिए एडीएम सिटी ऑफिस से परमिशन लेनी होगी।

दिखाते ख्वाब, बढ़ता जाता चार्ज

बता दें, इन दिनों सिटी मे पूरे जोर शोर से टीवी और फिल्मों में एक्टिंग करने का ख्वाब फर्जी संस्थाओं दिखाया जा रहा है। युवाओं को झूठे ख्वाब दिखा टीवी सीरियल के नाम पर यह संस्थाएं बकायदा ऑडिशन भी लेती हैं। ऑडिशन सिटी के लग्जरी रेस्टोरेंट्स और होटल्स में लिए जाते हैं। जो बिना डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन की परमिशन से ऑर्गनाइज हो रहे हैं। रजिस्ट्रेशन के नाम पर टीनएजर्स से 200 से 1000 रुपए तक वसूले जाते हैं। एक ऑडिशन में तकरीबन 150 से 200 टीनएजर्स हिस्सा लेते हैं। फ‌र्स्ट राउंड क्वालिफाई करने वालों को दूसरे राउंड के लिए वाराणसी या लखनऊ भेजा जाता है। जबकि फाइनल राउंड के लिए दिल्ली या मुंबई का ख्वाब दिखाया जाता है। इस दौरान पार्टिसिपेंट्स से मोटी रकम वसूली जाती है।

अब होगी कार्रवाई

ऑर्गनाइजर को ऐसे इवेंट ऑर्गनाइज करने के लिए रजिस्टर्ड पैड पर एडीएम सिटी ऑफिस से परमिशन लेनी होगी तथा होटल या रेस्टोरेंट्स मालिकों को भी एडीएम एफआर सिटी को प्रोग्राम डिटेल्स देनी होगी। ऐसा नहीं करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

फैक्ट फिगर

पिछले छह महीने में ऑडिशन - 43

टीवी सीरियल और स्टार बनाने का ख्वाब दिखाने वाली अन रजिस्टर्ड संस्थाएं - 32

अब तक इस तरह के ऑडिशन से वसूली गई रकम - 4,54,554

कोट्स

सिटी के रेस्टोरेंट्स में ऑडिशन में बुलाया जाता है। रजिस्ट्रेशन के नाम पर 200 से 1000 रुपए तक लिया जाता है लेकिन इसकी कोई रसीद नहीं दी जाती। पूरी तरह से ठगी का काम किया जा रहा है।

खुशबू

टीवी में दिखाए जाने वाले धारावाहिक में शामिल कराने के ख्वाब दिखाए जाते हैं। रजिस्ट्रेशन कराकर लूट का ऑडिशन चल रहा है। इस तरह के ऑडिशन पर बैन लगना चाहिए।

रुचि

वर्जन

बिना परमिशन किसी प्रकार के इवेंट ऑर्गनाइज नहीं किए जा सकते हैं। किसी भी इवेंट या कॉमर्शियल प्रोग्राम के लिए परमिशन लेना जरूरी है। इंटरटेनमेंट टैक्स भी देना जरूरी है। इसकी जांच सभी रेस्टोरेंट्स और होटल में कराई जाएगी।

- आरके श्रीवास्तव, एडीएम सिटी

Posted By: Inextlive