शस्त्र लाइसेंस आवेदन फॉर्म भरने में छूट रहे आवेदकों के पसीने
- कलेक्ट्रेट के शस्त्र विभाग में शुरू हुआ शस्त्र लाइसेंस के लिए आवेदन
- फॉर्म के कॉलम्स भरने में आवेदकों को हो रहा कंफ्यूजन GORAKHPUR: शस्त्र लाइसेंस आवेदन फॉर्म भरने में लाइसेंसी असलहे की चाहत रखने वालों के पसीने छूट रहे हैं। फार्म में जितने कॉलम दिए गए हैं उन्हें भरने के लिए आवेदकों को एक्सपर्ट की मदद लेनी पड़ रही है। उसके बाद भी कई खामियों और आवेदन पत्र में पूछे गए सवालों के फेर में आवेदकों को शस्त्र विभाग के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। प्रारूप एस-1 बना सरदर्दबता दें, शस्त्र लाइसेंस के लिए आवेदन की प्रक्रिया मंगलवार से शुरू हो चुकी है। इन चार दिनों में कलेक्ट्रेट स्थित शस्त्र विभाग में अभी तक कुल 1772 आवेदन आ चुके हैं। आवेदन फॉर्म लेने के लिए जहां शस्त्र विभाग में भीड़ इक्ट्ठा हो रही है। वहीं दूसरी तरफ से फॉर्म भरने में आ रही है दिक्कतें दूर करने के लिए सलाह मांगने वाले भी काफी पहुंच रहे हैं। शस्त्र विभाग में आए आवेदक राममूरत, आशीष, विकास व विजय ने बताया कि फॉर्म में दिए गए प्रारूप एस-1 में प्रशिक्षण प्रमाण पत्र का प्रयोजन भरना है। लेकिन इसे लेकर आवेदकों के मन में तमाम उलझनें हैं। क्योंकि उनके पास ना तो पिस्टल या बंदूक चलाने की कोई ट्रेनिंग है और ना ही इसके लिए यहां कोई ट्रेनिंग स्कूल है। इस सवाल पर शस्त्र विभाग के बड़े बाबू राम सिंह बताते हैं कि आवेदन के बाद फाइल एसएसपी ऑफिस से आरआई पुलिस लाइन भेजी जाएगी। वहां पर आवेदक को ट्रेनिंग दी जाएगी। जिसके बाद प्रशिक्षण प्रमाण पत्र सर्टिफिकेट को प्रमाणित किया जाएगा। अगर प्रमाणित नहीं होता है तो लाइसेंस बनाने में दिक्कत भी आ सकती है। इसके अलावा प्रारूप क-1 (व्यस्टि के लिए) वाले फॉर्म में 12वें नंबर पर दिए गए कॉलम में अतिरिक्त विशिष्टयां आदि नियम-35 के अधीन फसल संरक्षण के लिए अनुज्ञप्ति अपेक्षित है। इस कॉलम को भरने में जुताई के अधीन भूमि क्षेत्र की डिटेल्स देने में आवेदकों की हालत खराब हो रही है। साथ ही 13वें नंबर के ख कॉलम में शांति और सदाचार बनाए रखने के लिए दंड प्रक्रिया संहिता, 1973 (1974)के अध्याय बी के अधीन बंध पत्र में क्या भरें, इसके लिए राय परामर्श लेते हुए नजर आ रहे हैं।
इनका मिलेगा प्रशिक्षण - हैंडगन - राइफल - शॉटगन - वायु आयुध - आयुध अनुज्ञप्ति के लिए आवेदन - आयुध व्यौहारी के साथ नियोजन - विर्निमाता के साथ नियोजन- विर्निमाता के साथ नियोजन
- अन्य ये है प्रशिक्षण पाठ्यक्रम - बुनियादी आयुध और गोला बारूद सुरक्षात्मक चलन जिसके अंतर्गत सुरक्षा, रखरखाव और प्रक्रियाओं का करने में सम्मिलित है। - गोलाबारी तकनीकें और प्रक्रियाएं - आयुध और गोला बारूद की रखवाली - आयुधों और गोला बारूद का सुरक्षित भंडारण और परिवहन बॉक्स 500 नहीं देने होंगे 700 रुपए शस्त्र लाइसेंस आवेदन के लिए शुल्क 500 रुपए के बजाय 700 रुपए के मामले में सिटी मजिस्ट्रेट ने स्पष्ट कर दिया है कि आवेदन फॉर्म का रेट 500 रुपए व कुष्ठ आश्रम शुल्क 200 रुपए यानी कि कुल 700 रुपए आवेदक को देना होगा। फैक्ट फीगर आवेदन प्रक्रिया प्रारंभ होने की तिथि - 11 दिसंबर आवेदन फॉर्म की छपाई - 4,000 अब तक के शस्त्र लाइसेंस - 21010 आवेदन फॉर्म का रेट - 500 रुपए कुष्ठ आश्रम शुल्क - 200 रुपए कुल शुल्क - 700 रुपए अब तक आए आवेदन फॉर्म - 1772 वर्जनशस्त्र लाइसेंस आवेदकों से कोई एक्स्ट्रा फीस नहीं ली जा रही है। कुल 700 रुपए शुल्क है। रहा सवाल आवेदन फॉर्म भरने का तो फॉर्म भरते वक्त जो भी दिक्कत आ रही है उसके लिए शस्त्र विभाग के कर्मचारी प्रॉपर गाइड कर रहे हैं।
- अजीत सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट